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30 रुपये पर आ जाएगा ₹150 वाला शेयर? ब्रोकरेज ने Q4 नतीजों के बाद दी बड़ी गिरावट की चेतावनी

Ola Electric Shares: ओला इलेक्ट्रिक के शेयर आज 30 मई को 4.5 फीसदी गिरकर 50.97 रुपये के भाव पर आ गए। यह इसके 76 रुपये के आईपीओ प्राइस से भी करीब 33 फीसदी नीचे है। कंपनी के शेयरों में इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह रही इसके मार्च तिमाही के खराब नतीजे, जिसने निवेशकों और मार्केट एक्सपर्ट्स को निराश किया

अपडेटेड May 30, 2025 पर 7:02 PM
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Ola Electric Shares: कोटक ने ओला इलेक्ट्रिक के लिए 30 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है

9 अगस्त 2024। शेयर बाजार में एक कंपनी की लिस्टिंग होती है। नाम था ओला इलेक्ट्रिक। करीब 76 रुपये का यह शेयर बिना किसी प्रीमियम के सपाट भाव पर लिस्ट होता है। लेकिन इसके बाद शेयर में पांचवा गियर लगता है और महज 8 कारोबारी दिन में इसका भाव 100% से ज्यादा भी बढ़ जाता है। 20 अगस्त 2024 को यह शेयर 157.53 रुपये के अपने ऑलटाइम हाई पर पहुंच जाता है। लेकिन यही इस तेजी पर ब्रेक लग जाता है। हालात ये आ गए हैं कि अब जानी-मानी ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशन इक्विटीज ने इस शेयर के 30 रुपये तक गिरने की भविष्यवाणी कर दी है। कोटक की इस रिपोर्ट और कंपनी के मार्च तिमाही के नतीजों के बाद आज 30 मई को ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 4.5 फीसदी गिर गए। कारोबार के दौरान तो यह समय यह 10% तक गिर गया था।

आखिर ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में इतनी गिरावट क्यों आई? ब्रोकरेज फर्म Kotak ने इसे बेचने की सलाह क्यों दी? कंपनी के EV प्लान्स कितने भरोसेमंद हैं? और क्या ये स्टॉक वाकई अब निवेश के लायक है? आइए विस्तार से जानते हैं।

ओला इलेक्ट्रिक के शेयर आज 30 मई को 4.5 फीसदी गिरकर 50.97 रुपये के भाव पर आ गए। यह इसके 76 रुपये के आईपीओ प्राइस से भी करीब 33 फीसदी नीचे है। कंपनी के शेयरों में इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह रही इसके मार्च तिमाही के खराब नतीजे, जिसने निवेशकों और मार्केट एक्सपर्ट्स को निराश किया।


ओला इलेक्ट्रिक ने बताया कि मार्च तिमाही में उसका शुद्ध घाटा लगभग दोगुना बढ़कर 870 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि पिछले साल मार्च तिमाही में इसका घाटा 416 करोड़ रुपये रहा था। इससे भी ज्यादा निराशा वाली बात ये रही कि कंपनी के रेवेन्यू में भी सालाना आधार पर 62 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

ओला इलेक्ट्रिक का मार्च तिमाही में रेवेन्यू 611 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल पहले इसी तिमाह में यह 1598 करोड़ रुपये था। ओला इलेक्ट्रिक का EBITDA यानी ऑपरेटिंग घाटा भी मार्च तिमाही में बढ़कर 695 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल 319 करोड़ रुपये रहा था।

ओला इलेक्ट्रिक की इस रिपोर्ट के बाद ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इस शेयर की रेटिंग को घटाकर "Sell" यानी इसे बेचने की सलाह दे दी है। ब्रोकरेज ने इस शेयर का टारगेट प्राइस भी पहले के 50 रुपये से घटाकर 30 रुपये कर दिया है। यानी कि कोटक को ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में मौजूदा स्तर से करीब 41 फीसदी की और गिरावट आने की आशंका है।

कोटक ने ओला इलेक्ट्रिक के लिए जो 30 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है, वह इसके 76 रुपये के आईपीओ प्राइस से करीब 60 फीसदी कम है। वहीं अगर इसके 157 रुपये के ऑलटाइम हाई से तुलना करें तो यह भाव करीब 80 फीसदी तक कम है।

ब्रोकरेज ने कहा कि मार्च तिमाही के दौरान ओला इलेक्ट्रिक का सेल्स वॉल्यूम कमजोर रहा और इसके वारंटी प्रोविजन में इजाफा देखा गया। इसके चलते कंपनी का ऑपरेटिंग मार्च तिमाही में उसकी उम्मीद से ज्यादा रहा। कोटक का मानना है कि Ola की ब्रांड इक्विटी भी कमजोर हो रही है। साथ ही इलेक्ट्रिक गाड़ियों के सेगमेंट में कॉम्पिटीशन भी तेज होता जा रहा है, जो कंपनी के लिए चुनौती बन रहा है।

कोटक के मुताबिक, भविष्य में कंपनी की सफलता इस बात पर टिकी होगी कि यह अपने वॉल्यूम को कैसे बढ़ाती है और बाइक सेगमेंट में इसकी लॉन्चिंग कैसी रहती है। ब्रोकरेज ने कहा कि फिलहाल कंपनी को इन मोर्चों पर एग्जिक्यूशन से जुड़ी चुनौतियों का सामना कर पड़ रहा है। इसके चलते कोटक ने वित्त वर्ष 2026 और वित्त वर्ष 2027 के लिए कंपनी की वॉल्यूम ग्रोथ के अनुमान को 32-34% तक घटा दिया है।

गीगाफैक्ट्री और बाइक लॉन्च से उम्मीदें

लेकिन ऐसा भी नहीं है ओला इलेक्ट्रिक को लेकर सारी संभावनाएं खत्म हो गई हैं। कोटक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कंपनी के Gen-3 प्लेटफॉर्म, कॉस्ट-कटिंग प्लान्स और वारंटी खर्चों में कमी जैसे कई योजानाओं के चलते इसी वित्त वर्ष से कंपनी के मुनाफे में सुधार दिखाई दे सकता है। इसके अलावा अगर बाइक सेगमेंट में कंपनी को सफलता मिलती है और इसके गीगाफैक्ट्री में उत्पादन बढ़ता है तो, फिर कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है।

इस बीच खुद ओला इलेक्ट्रिक ने भी उम्मीद जताई है कि कंपनी के जून तिमाही के नतीजे अच्छे रहेंगे और इस दौरान उसका सालाना एडजस्टेड रेवेन्यू ग्रोथ रेट 23 से 31 फीसदी के बीच रह सकता है। यह दावा कितना सही रहता है, फिलहाल इसके लिए तो हमें जून तिमाही के नतीजों का इंतजार करना होगा।

गोल्डमैन सैक्स ने दी 'BUY' रेटिंग

हालांकि इस बीच विदेशी ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने भी एक रिपोर्ट निकाली है, जिसमें उसने ओला इलेक्ट्रिक के शेयर को 'Buy' की रेटिंग दी है और इसके लिए 70 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। यह इसके शेयरं में मौजूदा स्तर से करीब 37 फीसदी तेजी का अनुमान है। ओला इलेक्ट्रिक का शेयर अब यहां से 70 रुपये की ओर जाएगा या फिर 30 रुपये की ओर, ये तो वक्त ही बताएगा।

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