Om Freight Forwarders IPO Listing: लॉजिस्टिक्स कंपनी ओम फ्रेट फारवर्डर्स के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में भारी डिस्काउंट पर एंट्री हुई। एंप्लॉयीज को छोड़ इसके आईपीओ में हर कैटेगरी के निवेशकों का आरक्षित हिस्सा पूरा भर गया था ओवरऑल इसे 3 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹135 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹82.50 और NSE पर ₹81.50 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि आईपीओ निवेशकों की पूंजी करीब 39% घट गई। लिस्टिंग के बाद शेयर ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह ₹86.60 (Om Freight Forwarders Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ लेकिन आईपीओ निवेशक अब भी 35.85% घाटे में हैं।
Om Freight Forwarders IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
ओम फ्रेट फारवर्डर्स का ₹122.31 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29 सितंबर से 3 अक्टूबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था लेकिन एंप्लॉयीज का आरक्षित हिस्सा आधे से थोड़ा ही अधिक भरा था। ओवरऑल यह इश्यू 3.88 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 3.97 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 7.39 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.77 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 0.57 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत ₹24.44 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 72.50 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹17.15 करोड़ कॉमर्शियल गाड़ियों और हैवी इक्विपमेंट की खरीदारी और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Om Freight Forwarders के बारे में
जून 1995 में बनी ओम फ्रेट फारवर्डर्स तीसरी पीढ़ी की लॉजिस्टिक्स कंपनी है। इसका कारोबार दुनिया के कई देशों में फैला हुआ है। इसके पास खुद की 135 कॉमर्शियल गाड़ियां हैं और क्रेन्स, फोर्कलिफ्ट्स, ट्रेलर्स, पेलोडर्स, टिपर्स और वेसेल्स जैसे इक्विपमेंट्स भी हैं। इसके अलावा कंपनी के 22 लॉजिस्टिक पार्टनर्स हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹27.16 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में फिसलकर ₹10.35 करोड़ पर आ गया लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2025 में मुनाफा तेजी से बढ़कर ₹21.99 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम में भी उठा-पटक दिखी और वित्त वर्ष 2023 में ₹493.35 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 में ₹421.32 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 में यह ₹494.05 करोड़ पर पहुंच गई।
इस दौरान कंपनी पर कर्ज वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹7.53 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹24.47 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹26.95 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹139.24 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹151.58 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹173.47 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।