प्रभुदास लीलाधर ने FMCG दिग्गज हिंदुस्तान यूनीलीवर पर जारी अपनी रिसर्च रिपोर्ट में कहा है कि वह वित्त वर्ष 2025-26 के लिए कंपनी के ईपीएस (अर्निंग प्रति शेयर) अनुमान में 4.2%/4.5% की कटौती कर रहा है। कंपनी के वॉल्यूम पर लगातार दबाव बना हुआ है। इसके अलावा ग्रोथ को सपोर्ट करने और स्थानीय/क्षेत्रीय कंपनियों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए कीमतें बढ़ाने में मुश्किल होगी। विज्ञापनों और प्रोमोशन में बढ़ते खर्च और लॉन्ग टर्म ग्रोथ के लिए क्षमता विस्तार से कंपनी के मार्जिन पर दबाव रहेगा।
बताते चले कि हिंदुस्तान यूनीलीवर के तीसरी तिमाही के नतीजे ज्यादातर पैमाने पर अनुमान से कमजोर रहे हैं। मुनाफे और मार्जिन में फ्लैट ग्रोथ देखने को मिली है। पिछले साल के मुकाबले रेवेन्यू में गिरावट रही है। तीसरी तिमाही में कंपनी की वॉल्यूम ग्रोथ 2 फीसदी रही है।
प्रभुदास लीलाधर का कहना है कि होम केयर और ब्यूटी एंड पर्सनल केयर (बिक्री का 75%) के वॉल्यूम में मिड सिंगल अंकों में बढ़त हो रही है।, जबकि एफ एंड आर कमोडिटी की कीमतों में उतार-चढ़ाव और उपभोक्ता डाउनग्रेडिंग के कारण दबाव में है। इन बातों को ध्यान में रखकर ईपीएस (अर्निंग प्रति शेयर) अनुमान में कटौती की गई है।
रूरल ग्रोथ में तेजी के संकेत दिख रहे हैं। हालांकि, बहुत कुछ नई फसल की स्थिति पर निर्भर करोगा। हालांकि बाजार में विस्तार की संभावना और बेहतर मूल्य की उम्मीदों के चलते कंपनी की लॉन्गटर्म ग्रोथ स्टोरी मजबूत बनी हुई है। लेकिन निकट अवधि में चुनौतियां बनी रहने की संभावना है। ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि वित्त वर्ष 24-26 में GM/EBITDAM में 90/30bps ग्रोथ की उम्मीद है। HUL बेहतर मिश्रण और कमोडिटी प्राइसिंग मिलने वाले फायदे को रॉयल्टी और इनोवेशन में लगाता है। इसका लंबी अवधि में कंपनी को फायदा होगा।
प्रभुदास लीलाधर का कहना है कि वित्त वर्ष 2024-26 में कंपनी की बिक्री में सालाना आधार पर 9.2% और मुनाफे में 8.8% फीसदी की बढ़त हो सकती है। ब्रोकरेज हाउस ने इस स्टॉक के 12 महीने के टारगेट प्राइस को 2786 रुपए से घटा कर 2724 रुपए कर दिया है। साथ ही स्टॉक की "Hold" रेटिंग को बनाए रखा है। ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि उसे एचयूएल में धीमी और सामान्य रिकवरी की उम्मीद है जिसके चलते निकट अवधि में कंपनी की ग्रोथ में सुस्ती रहेगी जो हल्का रिटर्न प्रदान करेगी।
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