PTC Industries Shares: हाई क्वालिटी के कास्टिंग्स बनाने वाली पीटीसी इंडस्ट्रीज की पूर्ण मालिकाना हक वाली सब्सिडरी ऐरोलॉय टेक्नोलॉजी लिमिटेड (Aerolloy Technologies Ltd- ATL) ने एक बड़ी डील की है। ऐरोलॉय टेक ने सफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन्स (Safran Aircraft Engines) के साथ एक एमओयू पर साइन किया है। इसके चलते पीटीसी इंडस्ट्रीज के शेयरों पर असर दिख सकता है। एक कारोबारी दिन पहले 24 जून को बीएसई पर खरीदारी के माहौल में यह 4.87% की बढ़त के साथ ₹14754.20 के भाव (PTC Industries Share Price) पर बंद हुआ था। इसके शेयर निवेशकों के लिए मल्टीबैगर साबित हुए हैं क्योंकि कोरोना महामारी के समय अप्रैल 2020 में यह ₹120 के भी नीचे था।
PTC Industries की सब्सिडरी ने क्या डील की है?
पीटीसी की सब्सिडरी एटीएल ने सैफ्रान के साथ जो एमओयू साइन किया है, उसके तहत दोनों कंपनियां मिलिट्री के जहाजों के इंजन के लिए कंपोनेंट्स और मैटेरियल्स बनाएगी। एटीएल ऐरोस्पेस एप्लीकेशंस के लिए कास्टिंग्स और मैटेरियल्स बनाती है तो सफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन्स सिविल और मिलिट्री इंजन्स के डिजाइन, डेवलपमेंट, प्रोडक्शन और मेंटेनेंस के काम में है। यह पहली बार नहीं है, जब दोनों कंपनियां साथ आई हैं। इससे पहले से ही दोनों कॉमर्शियल लीप इंजन्स के लिए साझेदारी में हैं।
पीटीसी इंडस्ट्रीज में 9% है रिटेल शेयरहोल्डर्स की हिस्सेदारी
इस साल की शुरुआत में 9 जनवरी 2025 को पीटीसी इंडस्ट्रीज के शेयर ₹17,978.00 की रिकॉर्ड हाई पर थे। इस हाई से डेढ़ महीने से भी कम समय में यह 45.57% टूटकर 20 फरवरी 2025 को एक साल के निचले स्तर ₹9,786.30 पर आ गया। कंपनी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें तो घरेलू म्युचुअल फंड्स की इसमें 5.64% हिस्सेदारी है जिसमें से 2.43% हिस्सेदारी तो मोतीलाल ओसवाल लॉर्ज एंड मिडकैप फंड के पास है। इसके अलावा 18 हजार से अधिक छोटे रिटेल शेयरहोल्डर्स यानी ₹2 लाख तक के निवेश वाले शेयरहोल्डर्स की इसमें 9% हिस्सेदारी है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।