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RBI के लेंडिंग और कैपिटल से जुड़े प्रस्तावों ने भरा जोश, बैंक निफ्टी 700 अंक उछला, Fin Nifty 1.2% भागा

भारतीय रिजर्व बैंक ने अधिग्रहणों के लिए आसानी से पैसे जुटाने की सुविधा प्रदान करने हेतु बैंकों के कैपिटल मार्केट लेंडिंग के दायरे का विस्तार करने का प्रस्ताव पेश किया है

अपडेटेड Oct 01, 2025 पर 1:08 PM
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Fin Nifty इंडेक्स भी 1 अक्टूबर को 1.4 प्रतिशत बढ़कर 26,396 पर पहुंच गया। आरबीआई ने गैर-बैंकिंग फाइनेंसिंग कंपनियों द्वारा इंफ्रा प्रोजेक्ट के लिए दिए जाने वाले कर्ज पर रिस्क वेट को कम कर दिया है

Stock market : भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा लगातार दूसरी बार ब्याज दरों को 5.5 प्रतिशत पर बनाए रखने और बैंक ऋण के लिए कई बदलावों का ऐलान करने के बाद, बैंक निफ्टी ने 1 अक्टूबर को 55,000 का आंकड़ा फिर से हासिल कर लिया। इस तेज़ उछाल में कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक ने लीडरशिप की। आज इंट्राडे में इन शेयरों 3 प्रतिशत तक की बढ़त देखने को मिली। 1 अक्टूबर को दोपहर 12:05 बजे के आसपास बैंक निफ्टी 700 अंक या 1.3% बढ़कर 55,350 पर कारोबार कर रहा था।

चालू वित्त वर्ष की चौथी द्विमासिक मौद्रिक नीति का ऐलान करते हुए आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​ने कहा कि MPC ने सर्वसम्मति से रेपो दर को 5.5 फीसदी पर बनाए रखने का निर्णय लिया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने अधिग्रहणों के लिए आसानी से पैसे जुटाने की सुविधा प्रदान करने हेतु बैंकों के कैपिटल मार्केट लेंडिंग के दायरे का विस्तार करने का प्रस्ताव पेश किया है। आरबीआई ने 1 अक्टूबर को 2016 के उस फ्रेमवर्क को वापस लेने का ऐलान किया है जो बैंकों द्वारा बड़ी कंपनियों को दिए जाने वाले लोन को सीमित करता था। इसका लक्ष्य बहुत ज्यादा संकेंद्रित ऋणों से जुड़े जोखिम को कम करना था। लेकिन अब इस फ्रेमवर्क को वापस लेने का फैसला लिया गया है। इस बदलाव से बैंकों को बड़ी कंपनियों को ऋण देने में मदद मिलेगी।

आरबीआई ने उधारकर्ताओं (borrowers) के खाते खोलने और उनके रखरखाव के लिए बैंकों को अधिक लचीलापन देने का भी ऐलान किया है। इसके साथ ही लिस्टेड डेट सिक्योरिटीज के ऊपर बैंकों को लोन देने की भी अनुमति दी गई है। इक्विटी शेयरों के एवज में लोन देने की सीमा बढ़ा दी गई है। आईपीओ के लिए बैंक फाइनेंसिंग की सीमा भी प्रति व्यक्ति 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने का निर्णय लिया गया है।


इस खबर के चलते Fin Nifty इंडेक्स भी 1 अक्टूबर को 1.4 प्रतिशत बढ़कर 26,396 पर पहुंच गया। आरबीआई ने गैर-बैंकिंग फाइनेंसिंग कंपनियों द्वारा इंफ्रा प्रोजेक्ट के लिए दिए जाने वाले कर्ज पर रिस्क वेट को कम कर दिया है। इससे देश भर में सड़कों और पुलों के निर्माण के लिए अधिक आसानी से पैसे जुटाए जा सकेंगे।

भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा इंफ्रा प्रोजेक्ट्स के लिए पैसे जुटाने की प्रक्रिया के आसान बनाने के लिए किए गए रेग्युलेटरी बदलावों की घोषणा के बाद बुधवार को हुडको, इरेडा, पीएफसी और आरईसी जैसी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के शेयरों में 3-5 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली।

 

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