मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट के मुताबिक Reliance Industries पिछले 5 साल में भारत की टॉप वेल्थ क्रिएटर रही है। कंपनी लगातार 3 बार से अपनी यह पोजिशन बनाए हुए है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट के मुताबिक Reliance Industries पिछले 5 साल में भारत की टॉप वेल्थ क्रिएटर रही है। कंपनी लगातार 3 बार से अपनी यह पोजिशन बनाए हुए है।
अलग-अलग सेक्टर पर नजर डालें तो इस अवधि में फाइनेंशियल सेक्टर वेल्थ क्रिएशन की दृष्टि से नंबर वन की पोजिशन पर बना हुआ है जबकि 2016 से 2021 की अवधि में सरकारी कंपनियों का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है। यह नतीजे मोतीलाल ओसवाल के 26वें वार्षिक वेल्थ क्रिएशन स्टडी में सामने आए हैं।
गौरतलब है कि फाइनेंशियल सेक्टर इस अवधि का टॉप वेल्थ क्रिएटर होने के साथ-साथ टॉप वेल्थ डिस्ट्रॉय करने वाला सेक्टर भी रहा है। इस रिपोर्ट से यह भी निकलकर आया है कि इक्विटी साल का सबसे बड़ा वेल्थ क्रिएटर एसेट क्लास रहा है। इस अवधि में पूरी दुनिया के इक्विटी मार्केट ने रिकॉर्ड हाई बनाने का प्रतिमान हासिल किया है। 1 साल में अधिकांश कंपनियों की मार्केट कैप और बेंचमार्क इंडेक्स आसमान की ऊंचाई नापते नजर आए हैं। बड़ी संख्या में नए निवेशक बाजार में आए हैं औऱ बाजार में अभूतपूर्व लिक्विडिटी देखने को मिली है।
मोतीलाल ओसवला की इस रिपोर्ट के मुताबिक अदानी ट्रांसमिशन सबसे तेज वेल्थ क्रिएटर साबित हुआ है जबकि अदानी एंटरप्राइज बेस्ट ऑलराउंड वेल्थ क्रिएटर रहा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 2016-2021 की अवधि में भारतीय इक्विटी बाजार में 100 टॉप की कंपनियों ने 71 लाख करोड़ रुपये का वेल्थ क्रिएट किया है। यह पिछले 26 साल की अवधि में हुआ सबसे बड़ा वेल्थ क्रिएशन है।
वेल्थ क्रिएशन के नजरिए से पिछली सबसे बेहतर अवधि 2014-2019 की रही थी। इस दौरान भारतीय बाजार में निवेशकों ने 49 लाख करोड़ रुपये कमाए थे। 2015 से 2020 के 5 साल की अवधि में हमें कोरोना महामारी का प्रभाव भी देखने को मिला जिसके चलते इस अवधि में निवेशकों की कमाई सिर्फ 21 लाख करोड़ रुपये पर रही।
मोतीलाल ओसवाल की 26वीं एनुवल वेल्थ क्रिएशन स्टडी 2021, 15 दिसंबर को जारी हुई है। इसके मुताबिक मार्केट कैपिटलाइजेशन के नजरिए से भारत की सबसे बड़ी कंपनी Reliance Industries लगातार तीसरी बार भारतीय बाजार की सबसे बड़ी वेल्थ क्रिएटर साबित हुई है और इसने 2016-2021 की अवधि में अपने निवेशकों को 9.7 लाख करोड़ रुपये दिए हैं। इसके साथ ही इसने 2014-19 की अवधि के 5.6 लाख करोड़ रुपये के अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। इस अवधि में कुल वेल्थ क्रिएशन में Reliance Industries का अकेला योगदान 13.6 फीसदी का रहा है।
Reliance Industries के बाद वेल्थ क्रिएशन के नजरिए से दूसरे नंबर पर Tata Consulting Services का नाम रहा है। 2016-21 की अवधि में इसने अपने निवेशकों को 7.3 लाख करोड़ रुपये की कमाई कराई है। उसके बाद 5.2 लाख करोड़ रुपये के साथ HDFC Bank तीसरे नंबर पर और 3.4 लाख करोड़ रुपये के वेल्थ क्रिएशन के साथ Hindustan Unilever चौथे नंबर पर रहा है जबकि Infosys 3.3 लाख करोड़ रुपये के वेल्थ क्रिएशन के साथ 5वें नंबर पर रहा है।
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