Budget 2022: बाजार की आगे की दशा और दिशा और आगामी बजट पर मनीकंट्रोल पर बातचीत करते हुए Waterfield Advisors के नीमिश शाह ने कहा कि बाजार का करेंट वैल्यूएशन और इक्विटी मार्केट से जुड़ी चिंताएं अनुमानित ग्रोथ को पटरी से उतार सकती है। उन्होंने आगे कहा कि बाजार पर आगे बढ़ती महंगाई और ब्याज दर में बढ़ोतरी प्रतिकूल असर डाल सकता है।
यूनियन बजट 2022 पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि टैक्स कलेक्शन के वर्तमान स्तर और केंद्र सरकार की वित्तीय स्थिति को देखते हुए 1 फरवरी को आनेवाले यूनियन बजट में बहुत बड़े-बड़े सुधारों की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए। कर ढांचे में पहले ही बदलाव किएजा चुके हैं और आगे हमें कर में कटौती की और संभावना नजर नहीं आती।
बाजार पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम अपने निवेशकों को बाजार में गिरावट पर अच्छे शेयरों में खरीद की सिफारिश करते रहे है। उन्होंने आगे कहा कि इस गिरावट में हमें कमजोर शेयरों से निकलकर सस्ते में मिल रहे अच्छे शेयरों में अपने पैसे डालने चाहिए। बाजार के इस करेक्शन के दौर में IT, banking, financial services,insurance, chemicals,infra ancillaries और auto ancillaries से जुड़े अच्छे शेयरों में पैसे लगाने चाहिए।
आईपीओ बाजार पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आईपीओ बाजार से निवेशकों को कंपनियों की तुलना में ज्यादा सीखने की जरुरत है। हर तरह की कंपनियां किसी ना किसी समय पर बाजार में लिस्ट होना चाहिए। बाजार में आईपीओ की यह रैली इक्विटी मार्केट में और गहराई आने का अच्छा संकेत है। ऐसे में निवेशकों के लिए इस बात की जरुरत है कि आईपीओ के टाइम मेंसंबंधित कंपनी के कारोबार और उसके वैल्यूएशन की अच्छी समझ रखें।