RBI Policy Live: 'विकास के लिए दर कटौती की आवश्यकता नहीं'
RBI Policy Live: NMIMS मुंबई के स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट में फाइनेंस प्रोफेसर और वाइस डीन डॉ. मयंक जोशीपुरा ने कहा, 'MPC की ओर से रेपो रेट में बदलाव नहीं होने का पहले से अनुमान था। RBI ने इस साल की शुरुआत में ही ब्याज दरों में काफी कटौती कर दी थी। अब यहां से अधिकतम 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की ही गुंजाइश बचती है। आरबीआई ने FY26 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान को बढ़ाकर 6.8% कर दिया है, जिससे यह लगभग असंभव हो जाता है कि आर्थिक ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए रेट कट की आवश्यकता हो।'
उन्होंने आगे कहा, 'हाल ही में सरकार ने जीएसटी दरों में कटौती के रूप में बड़ा प्रोत्साहन दिया है, जो सिर्फ एक हफ्ता पहले लागू हुआ है। ऐसे में अतिरिक्त लिक्विडिटी सपोर्ट की कोई आवश्यकता नहीं है। अगर अभी रेट कट किया जाता, तो यह एक तरह से ‘सिल्वर बुलेट’ को बेकार करने जैसा होता और भविष्य में जरूरत पड़ने पर रेट कट के लिए कोई गुंजाइश नहीं बचती।'