BSE ने नौ स्टॉक्स पर नए सर्विलांस उपाय लागू किए हैं। इसका मकसद बाजार में अनियमित तेजी को रोकना है। इन स्टॉक्स में RRP Semiconductors भी शामिल है, जिसकी कीमत दिसंबर 2024 में ₹96 से बढ़कर अब ₹11,784 हो गई है। इसने बीते 1 साल में 12,553.71% का असामान्य रिटर्न दिया है। इसका PE रेशियो 2470 है और बुक वैल्यू सिर्फ ₹12 है। यह स्टॉक हाल ही में ESM फ्रेमवर्क में भी डाला गया था।
10 नवंबर से लागू होंगे नए नियम
BSE ने कहा कि बाजार की पारदर्शिता बनाए रखने और अत्यधिक प्राइस मूवमेंट को रोकने के लिए अतिरिक्त निगरानी की जरूरत है। नई व्यवस्था 10 नवंबर 2025 से लागू होगी और यह सिर्फ BSE पर लिस्टेड इन ग्रुप्स पर लागू होगी: X, XT, Z, ZP, ZY और Y।
ये नियम सभी कंपनियों के लिए नहीं हैं। सिर्फ उन कंपनियों पर लागू होंगे जो BSE के लो-लिक्विडिटी या हाई-रिस्क कैटेगरी वाले ग्रुप्स में आती हैं। ये ग्रुप सामान्यत: उन कंपनियों के लिए होते हैं, जिनमें ट्रेडिंग कम होती है, कॉरपोरेट गवर्नेंस का रिस्क ज्यादा होता है,या जिनका शेयर व्यवहार असामान्य रूप से उतार-चढ़ाव वाला होता है।
तीन फैक्टर दिखने पर सख्ती
ये नियम उन स्टॉक्स पर लागू होंगे, जिनमें ये तीनों फैक्टर दिखेंगे।
इसके साथ ही इन स्टॉक्स को दो हफ्तों तक लगातार अपर प्राइस बैंड पर बंद होना चाहिए यानी अपर सर्किट लगना चाहिए। ऐसे स्टॉक्स अब हफ्ते में सिर्फ एक दिन सोमवार को 1% प्राइस बैंड में ही ट्रेड कर सकेंगे।
किन 9 स्टॉक्स पर हुई नई सख्ती?
BSE ने कहा कि ऐसे स्टॉक्स की पहचान हर हफ्ते (शुक्रवार को) की जाएगी। फ्रेमवर्क से बाहर निकलने की समीक्षा तिमाही होगी, लेकिन कम से कम एक महीने तक स्टॉक को निगरानी सूची में रहना जरूरी होगा।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।