Currency trading : भारतीय रुपया बुधवार के 86.36 के मुकाबले गुरुवार को 19 पैसे कमजोर होकर 86.55 प्रति डॉलर पर बंद हुआ है। मिरे एसेट शेयरखान में अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी का कहना है कि अमेरिकी 10 ईयर ट्रेजरी यील्ड में उछाल और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के कारण भारतीय रुपये में गिरावट आई। डॉलर के लिए आयातकों की मांग ने भी रुपये पर दबाव डाला। हालांकि, कमजोर अमेरिकी डॉलर और पॉजिटिव ग्लोबल इक्विटी मार्केट ने गिरावट को पर लगाम लगाए रखा। अमेरिकी कोर सीपीआई के उम्मीद से कम होने के कारण अमेरिकी डॉलर में गिरावट आई,जिससे 2025 में ब्याज दरों में दो बार कटौती की संभावना बढ़ गई है।
अनुज चौधरी ने आगे कहा कि अमेरिकी डॉलर में देखने को मिल रही मजबूती और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण रुपया कमजोर रहेगा। आयातक डॉलर खरीदना जारी रख सकते हैं जिससे रुपये पर और दबाव पड़ सकता है। व्यापारी खुदरा बिक्री और अमेरिका से साप्ताहिक बेरोजगारी दावों के आंकड़ों से संकेत ले सकते हैं। USDINR स्पॉट कीमत 86.35 रुपये से 86.75 रुपये के बीच कारोबार करने की उम्मीद है।
दूसरी तरफ इक्विटी बाजार में आज तेजी देखने को मिली है। शानदार ग्लोबल संकेंतों से बाजार में जोश रहा। बाजार लगातार तीसरे दिन बढ़त के साथ बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी रही। बैंकिंग शेयरों में तेजी रही। बैंकिग इंडेक्स 1 फीसदी से ज्यादा चढ़ा। आज मेटल, PSE और एनर्जी शेयरों में खरीदारी रही। इंफ्रा और ऑटो इंडेक्स भी बढ़त पर बंद हुए। IT, FMCG और फार्मा शेयरों में दबाव देखने को मिला। सेंसेक्स 319 प्वाइंट चढ़कर 77,043 पर बंद हुआ। निफ्टी 99 प्वाइंट चढ़कर 23,312 पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 527 प्वाइंट चढ़कर 49,279 पर बंद हुआ। मिडकैप 585 प्वाइंट चढ़कर 54,484 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 20 शेयरों में तेजी रही। निफ्टी के 50 में से 32 शेयरों में तेजी रही। जबकि निफ्टी बैंक के सभी 12 शेयरों में तेजी देखने को मिली।
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