Forex Market : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की वित्त वर्ष 2026 की पहली मौद्रिक नीति से पहले 9 अप्रैल को रुपया 21 पैसे की गिरावट के साथ खुला है। ग्लोबल ट्रेड में उथल-पुथल के कारण केंद्रीय बैंक द्वारा रेपो दर में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की उम्मीद है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिकी टैरिफ लागू होने के कारण जोखिम से बचने की प्रवृत्ति के कारण बाजार में कमजोर शुरुआत हुई है। रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आज 86.45 पर खुला है। जबकि पिछले कारोबारी सत्र में यह 86.24 के स्तर पर बंद हुआ था।
संयुक्त राज्य अमेरिका चीन से होने वाले आयात पर 104 फीसदी टैरिफ लगाने की अपनी धमकी पर आगे बढ़ रहा है, जिससे दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच ट्रेडवॉर और भी बदतर हो गया है। व्हाइट हाउस ने इस बात की पुष्टि की है कि नया टैरिफ ढांचा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा बीजिंग को अमेरिकी वस्तुओं पर लगाए गए 34 प्रतिशत के जवाबी शुल्क को वापस लेने के अल्टीमेटम के मुताबिक है।
21 अर्थशास्त्रियों, ट्रेजरी हेड्स और फंड मैनेजरों के बीच किए गए मनीकंट्रोल पोल के मुताबिक मौद्रिक नीति समिति संभवतः रेपो दर में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती करेगी।
सीआर फॉरेक्स एडवाइजर्स के प्रबंध निदेशक अमित पाबारी ने कहा,"वर्तमान बाजार स्थिति को देखते हुए,अब हम उम्मीद करते हैं कि रुपये को 86.40-86.50 के स्तर पर मजबूत रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ेगा, जबकि इसके लिए 85.70 का स्तर एक अहम सपोर्ट के रूप में कार्य करेगा।
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