Rupee fall impact : डॉलर के मुकाबले रुपए में कमजोरी का सिलसिला जारी है।आज फिर रुपये ने 90.42 प्रति डॉलर का नया रिकॉर्ड निचला स्तर बनाया। हालांकि वहां से रुपये में रिकवरी आई है। कमजोर रुपये की मार आपके इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों पर पड़ सकती है। लैपटॉप, टीवी, फ्रिज सब 5 से 7 फीसदी महंगे हो सकते हैं। इस पर ज्यादा डिटेल्स के साथ सीएनबीसी-आवाज़ के असीम मनचंदा ने कहा कि लगातार दूसरे दिन डॉलर के मुकाबले रुपया 90 के पार चला गया है। इससे गुड्स का इंपोर्ट करना महंगा हो जाएगा।
महंगे गुड्स से इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स 5-7 फीसदी महंगे हो जाएंगे। गुड्स की महंगाई से मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक सब महंगे हो सकते हैं। लैपटॉप, TV, फ्रिज सब महंगे हो सकते हैं। भारत हर साल 85 अरब डॉलर के इलेक्ट्रॉनिक्स का आयात करता है। इससे कॉस्मेटिक और कार पार्ट्स पर भी असर पड़ेगा। बता दें कि 1 महीने में रुपया 3 फीसदी फिसला है और 6 महीने में 6 फीसदी गिरा है।
कच्चे माल के आयात की कीमत का और गिरते रुपये का इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के खर्च पर काफी प्रभाव होता है। ऐसे में ये कंपनियां बढ़े हुए खर्च का भार कम करने के लिए अपने उत्पादों के दाम बढ़ा सकती हैं। रुपये में जारी इस गिरावट का सीधा असर सैमसंग, सोनी और अन्य इलेक्ट्रोनिक कंपनियों के खर्च पर पड़ेगा। ऐसे में ये कंपनियां टीवी-फ्रिज समेत अन्य सामान दाम बढ़ा सकती हैं।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक 31 दिसंबर, 2024 और 3 दिसंबर, 2025 के बीच भारतीय रुपये में 5.08 फीसदी की गिरावट आई है। यह इंडोनेशियाई रुपिया के बाद एशियाई करेंसी में सबसे खराब परफॉर्म करने वाली करेंसी बन गई है। इंडोनेशियाई रुपिया में इसी दौरान 3.17 फीसदी की गिरावट आई है। फिलीपींस का पेसो 1.54 फीसदी और हांगकांग डॉलर 0.18 कमजोर हुआ है।
इमर्जिंग मार्केट्स में,भारतीय रुपया तीसरी सबसे खराब परफॉर्म करने वाली करेंसी है। अर्जेंटीना के पेसो और तुर्की के लीरा में 29.18 फीसदी और 16.69 फीसदी की गिरावट आई है।
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