SBI Outlook: पब्लिक सेक्टर में देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई को वैश्विक ब्रोकरेज फर्म सिटी ने एक बार फिर खरीदारी की रेटिंग दी है। सिर्फ यही नहीं, सिटी ने जिन बैकिंग स्टॉक्स पर दांव लगाया है, उसमें टॉप पर यही है। एक कारोबारी दिन पहले 24 सितंबर को बीएसई पर यह 0.53% की गिरावट के साथ ₹865.85 (SBI Share Price) पर बंद हुआ था जोकि इसके एक साल के हाई से काफी करीब है। हालांकि इंट्रा-डे में यह 1.14% चढ़कर एक साल के हाई ₹880.40 पर पहुंचा था। सिटी ने इसके शेयरों के लिए जो टारगेट फिक्स किया है, वह इसके एक साल के हाई से 19% से भी अधिक ऊपर है। इसके शेयरों का टारगेट प्राइस सिटी ने ₹1,050 पर फिक्स कया है।
सिटी का यह रुझान ऐसे समय में आया है, जब एसबीआई समेत छह सरकारी बैंकों में MSCI इंडेक्सेज से पैसिव इनफ्लो की संभावना है। हालांकि यह निवेश तभी आएगा, जब इन बैंकों में विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) की सीमा मौजूदा 20% से बढ़ाकर 26% कर दी जाती है। एसबीआई की बात करें तो इसमें विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 10% है और लिमिट 26% किए जाने पर इसमें नुवामा अल्टरनेटिन के अनुमान के मुताबिक $46.6 करोड़ का निवेश आ सकता है।
सिटी क्यों है SBI पर फिदा?
वित्त वर्ष 2026 और 2027 के लिए सिटी का अनुमान है कि बैंक का लोनबुक सालाना 13-14% की रफ्तार से बढ़ेगा। ब्रोकरेज फर्म ने इसमें ब्याज देने वाले एसेट्स यानी इंटेरेस्ट-अर्निंग एसेट्स (IEA) पर 2.8-2.9% का नेट इंटेरेस्ट मार्जिन (NIMs) और 40-45 बेसिस प्वाइंट्स के स्थायी क्रेडिट कॉस्ट को शामिल करके यह रफ्तार निकाला है। इन अनुमानों के आधार पर सिटी को उम्मीद है कि एसबीआई वित्त वर्ष 2026-वित्त वर्ष 27 में 1% के करीब RoA (रिटर्न ऑन एसेट्स) और 14-15% के करीब RoE (रिटर्न ऑन इक्विटी) डिलीवर कर सकता है।
एसबीआई के लिए चालू वित्त वर्ष 2025-26 की शुरुआत उम्मीद से कमजोर रही। बैंक ने 8 अगस्त को जून तिमाही के कारोबारी नतीजे जारी किए। सालाना आधार पर बैंक की प्रॉफिटेबिलिटी में जून तिमाही में सुधार तो दिखा लेकिन कोर इनकम उम्मीद से कम रही। हायर अदर इनकम के चलते जून तिमाही में एसबीआई को ₹19,160 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ। हालांकि ब्याज से बैंक को ₹41,072.4 करोड़ की शुद्ध कमाई यानी नेट इंटेरेस्ट इनकम (NII) हुई जोकि सालाना आधार पर लगभग स्थिर रही।
एसेट क्वालिटी की बात करें तो लगभग स्थिर रही। तिमाही आधार पर ग्रास एनपीए 1.82% से गिरकर 1.83% पर आ गई जबकि नेट एनपीए 0.47% पर स्थिर रही। जून तिमाही में फ्रेश स्लिपेज तिमाही आधार पर ₹4,222 से बढ़कर ₹7,945 करोड़ पर पहुंच गया।
एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?
एसबीआई के शेयर 3 मार्च 2025 को ₹679.65 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। इस निचले स्तर से यह छह महीने में 29.54% उछलकर 24 सितंबर 2025 को ₹880.40 पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है।
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