भारतीय शेयरों के मामले में किसी साल में अप्रैल शायद सबसे अच्छा महीना हो सकता है। वहीं फरवरी सबसे निराशाजनक रह सकता है। ऐसा देखा गया है कि अप्रैल के महीने में शेयर सबसे ज्यादा चमकते हैं। एक्सिस कैपिटल के एक एनालिसिस से सामने आया है कि पिछले 15 वर्षों में अप्रैल के महीने में 12 मौकों पर शेयरों से पॉजिटिव रिटर्न दर्ज किया गया। यह किसी भी अन्य महीने की तुलना में सबसे अधिक है। दूसरी ओर फरवरी में शेयरों का प्रदर्शन सबसे निराशाजनक रहा है।
एक्सिस कैपिटल के एक्सपर्ट्स नीलकंठ मिश्रा, अभय खेतान और विशाल रंगराजन की ओर से किए गए 'सीजनैलिटी एनालिसिस' में सेक्टरों पर भी असर की बात सामने आई। ऐतिहासिक डेटा से पता चलता है कि कुछ सेक्टर और कंपनियां कुछ महीनों में बेहतर प्रदर्शन करती हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह कोरिलेशन बाजार के व्यवहार को समझने के लिए एक उपयोगी टूल हो सकता है और ट्रेडिंग रणनीतियों को आकार दे सकता है।
अप्रैल में देखा गया 2% का औसत रिटर्न
एक्सिस कैपिटल के नोट में कहा गया है, "हमें भारतीय बाजार के प्रदर्शन में सीजनैलिटी का सबूत मिला है। अप्रैल पिछले 15 वर्षों (2020 को छोड़कर) में 12 बार पॉजिटिव रिटर्न वाला एकमात्र महीना है, जिसमें 2% का औसत रिटर्न दिखा और -2% की मिनिमम परफॉरमेंस दिखी। यह खराब प्रदर्शन किसी भी अन्य महीने के मुकाबले कम है। यह शायद मार्च में म्यूचुअल फंड्स के ज्यादा फ्लो के चलते है, जो कि शायद अप्रैल में बाजार में डिप्लॉय किए जाते हैं। दूसरी ओर फरवरी एकमात्र ऐसा महीना है, जिसमें औसतन नकारात्मक प्रदर्शन देखा जाता है। इस महीने में एवरेज रिटर्न -2% रहा है और सभी सेक्टर्स में गिरावट दर्ज की गई है।"
आईटी सेक्टर को कौन सा महीना नहीं है पसंद
रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर सेक्टर्स का भी एक पसंदीदा महीना होता है, और एक कम पसंदीदा महीना होता है। एक सेक्टर के रूप में आईटी में काफी सीजनैलिटी देखी जाती है। पिछले 15 वर्षों में इस सेक्टर ने 13 मौकों पर अप्रैल में खराब प्रदर्शन देखा है। आईटी में, स्टॉक के हिसाब से पैटर्न अधिक स्पष्ट हैं; अप्रैल में इंफोसिस ने 14 बार और विप्रो ने 12 बार खराब प्रदर्शन किया। टीसीएस और एचसीएल टेक ने भी इसी तरह का रुझान दिखाया है।
फाइनेंशियल सेक्टर, रियल एस्टेट और मेटल की पसंद
रिपोर्ट में कहा गया है, "फाइनेंशियल सेक्टर ने पिछले 15 सालों में 11 बार अक्टूबर में बेहतर प्रदर्शन किया। ICICI Bank के शेयर 13 बार और इंडियन बैंक के शेयर 12 बार आउटपरफॉर्म करके सबसे आगे रहे। ऐसा शायद क्रेडिट ग्रोथ पर बेहतर स्पष्टता के कारण है, जो आमतौर पर वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में बढ़ जाती है। रियल एस्टेट सेक्टर के अगस्त में खराब प्रदर्शन के सबूत मिले हैं, जो आमतौर पर जून-जुलाई में मजबूत परफॉरमेंस के बाद होता है। वहीं मेटल सेक्टर का बेहतर प्रदर्शन दिसंबर में देखा गया है।"
Disclaimer: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।