Share Market Falls: भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार 12 जून को बड़ी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों शुरुआती कारोबार की बढ़त को गवांकर लाल निशान में आ गए। सेंसेक्स लगभग 823 अंक टूट गया, जबकि निफ्टी 24,900 के नीचे फिसल गया। कमजोर ग्लोबल संकेतों और इजराइल-ईरान के बीच तनाव बढ़ने की नई आशंकाओं ने निवेशकों के सेंटीमेंट को कमजोर किया। सेंसेक्स ने सुबह के कारोबार में 145.9 अंकों की बढ़त के साथ 82,661.04 का उच्च स्तर छुआ। वहीं निफ्टी ने 54.8 अंकों की तेजी के साथ 25,196.20 का स्तर पाया। हालांकि थोड़ी ही देर में दोनों इंडेक्स लाल निशान में आ गए।
कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स करीब 823.16 अंक या 1 फीसदी का गोता लगाकर 81,691.98 पर बंद हुआ। वहीं एनएसई निफ्टी 253.20 अंक या 1.01 फीसदी टूटकर 24,888.20 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी पर इंफोसिस, इटरनल, टेक महिंद्रा और टाटा मोटर्स के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली।
मार्केट एक्सपर्ट्स ने इस गिरावट के पीछे 5 मुख्य वजहें बताई हैं-
1. अमेरिकी टैरिफ का फिर से खतरा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंध रखने वाले देशों को अगले 1-2 हफ्तों में एकतरफा टैरिफ दरों की जानकारी देने वाले लेटर भेजने वाले हैं। यह लेटर 9 जुलाई से दोबारा ऊंचे टैरिफ दरों के लागू होने की समयसीमा से पहले भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा, "एक समय के बाद, हम अब सीधे लेटर भेजने जा रहे हैं, जिसमें कहा जाएगा कि यह एक डील है, आप चाहें तो इसे स्वीकार करें या न करें।" फिलहाल केवल ब्रिटेन के साथ ही अमेरिका एक टैरिफ फ्रेमवर्क पर पहुंचा है। इसके अलावा चीन के साथ अस्थायी टैरिफ युद्धविराम का ऐलान हुआ है।
ईरान पर इजरायली हमले की आशंका को लेकर अमेरिका हाई अलर्ट पर है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने ईराक के बगदाद स्थित अपने दूतवास से कुछ कर्मचारियों और उनके परिजनों के निकालने की मंजूरी दी है। इसके अलावा अमेरिका ने कुवैत और बहरीन के दूतावासों से भी गैर-जरूरी स्टाफ को हटाने को कहा है। ऐसी खबरें आ रही है इजराइल जल्द ही ईरान पर हमले की तैयारी कर रहा है और निवेशकों को यह खबरें परेशान कर रही हैं।
3. विदेशी निवेशकों की बिकवाली
बुधवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भारतीय शेयर बाजारों से ₹446.31 करोड़ मूल्य के शेयर बेचे, जिससे बाजार पर नकारात्मक दबाव बढ़ा।
अधिकतर एशियाई बाजारों में भी आज बिकवाली का माहौल रहा है। शंघाई का SSE कंपोजिट, जापान का निक्केई 225 और र हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स लगभग 1% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। इसके अलावा अमेरिकी शेयर बाजार भी कल गिरावट के साथ बंद हुए और वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स भी गुरुवार सुबह लाल निशान में थे। इससे भी शेयर बाजार का सेंटीमेंट आज कमजोर रहा।
5. कच्चे तेल की कीमतों में तेजी
ईरान और इजराइल के बीच तनाव बढ़ने की आशंकाओं के चलते बुधवार को कच्चे तेल के दामों में 4% से अधिक की तेज उछाल आई। ब्रेंट क्रूड का भाव 4.3% बढ़कर 69.77 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वहीं यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) का भाव 4.9% बढ़कर $68.15 प्रति बैरल पर बंद हुआ।
एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केत स्ट्रैटजिस्ट, आनंद जेम्स ने बताया, "मीडियम टर्म में निफ्टी का टारगेट 25,460–26,200 के दायरे में बना हुआ है। जब तक गिरावट 25,056 के नीचे नहीं जाती, तब तक तेजी के संकेत बने रहेंगे। अगर निफ्टी 24,900/863 के नीचे गिरता है तो कमजोरी के स्पष्ट संकेत मिल सकते हैं, लेकिन ट्रेंड में निर्णायक बदलाव के लिए इसका 24,640 के नीचे बंद होना जरूरी है।"
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