Share Market Rise: शेयर मार्केट में इन 4 कारणों से लौट आई तेजी; सेंसेक्स 500 अंक उछला, निफ्टी 26,100 के करीब
Share Market Rise: लगातार चार दिनों की गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार गुरुवार 4 दिसंबर को वापसी करते हुए दिखाई दिए। शुरुआती गिरावट के बाद निवेशकों ने निचले स्तर पर वैल्यू बाइंग का रुख अपनाया, जिससे बाजार में मजबूत उछाल आया। ग्लोबल बाजारों से मजबूत संकेत और ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीदों से भी बाजार के सेंटीमेंट को मजबूत मिली
Share Market Rise: RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी के बैठक के नतीजे कल शुक्रवार को आने वाले हैं
Share Market Rise: लगातार चार दिनों की गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार गुरुवार 4 दिसंबर को वापसी करते हुए दिखाई दिए। शुरुआती गिरावट के बाद निवेशकों ने निचले स्तर पर वैल्यू बाइंग का रुख अपनाया, जिससे बाजार में मजबूत उछाल आया। ग्लोबल बाजारों से मजबूत संकेत और ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीदों से भी बाजार के सेंटीमेंट को मजबूत मिली।
सेंसेक्स आज सुबह 156.83 अंक गिरकर 84,949.98 पर खुला था। निफ्टी भी 47 अंक टूटकर 25,938.95 पर खुला। लेकिन जल्द ही बाजार ने रुख बदल दिया। बाद में सेंसेक्स ने निचले स्तर से 500 अंकों की छलांग लगाई और यह 369.80 अंक या 0.43% बढ़कर 85,476.62 पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी 110.25 अंक या 0.42% की बढ़त के साथ 26,096.25 तक चढ़ गया।
निफ्टी पर टेक महिंद्रा, TCS, अदाणी एंटरप्राइजेज, HCL टेक और SBI लाइफ इश्योरेंस के शेयरों में तकरीबन 2% तक की तेजी देखने को मिली।
शेयर बाजार में आज की इस तेजी के पीछे 4 बड़े कारण रहे-
1) ग्लोबल बाजारों से सपोर्ट
शेयर बाजार में आज की तेजी ग्लोबल बाजारों से मजबूत सपोर्ट मिला। एशियाई बाजारों का रुख मिला-जुला रहा, लेकिन जापान का निक्केई 225 और हांग कांग का हैंगसेंग इंडेक्स हरे निशान में रहे। अमेरिकी शेयर मार्केट भी बीती रात हरे निशान में बंद हुए, जिसने भारतीय बाजारों के लिए भी सेंटीमेंट पॉजिटिव हुआ।
2) वैल्यू बाइंग की वापसी
पिछले चार दिनों की लगातार गिरावट के बाद निवेशकों ने आज सस्ते भावों पर खरीदारी शुरू की। आईटी, मेटल और ऑटो शेयरों में अच्छी खरीदारी दिखी, जिससे बाजार को मजबूती मिली।
3) आईटी शेयरों में जोश
आईटी कंपनियों के शेयरों में आज दो बड़ी वजहों से तेजी देखने को मिली। भारतीय भारतीय रुपये में कमजोरी और दूसरा अमेरिका में ब्याज दरें घटने की उम्मीद। भारतीय रुपया गुरुवार सुबह शुरुआती कारोबार में 28 पैसे टूटकर 90.43 के रिकॉर्ड लो स्तर पर पहुंच गया। डॉलर में कमाई करने वाले आईटी कंपनियों के लिए कमजोर रुपया मुनाफा बढ़ाने में मदद करता है। वहीं अगले हफ्ते अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक होनी है, जिनमें रेट कट की उम्मीदें की जा रही है। आईटी सेक्टर के लिए यह भी एक पॉजिटिव खबर है।
4) RBI की पॉलिसी से उम्मीदें
RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी के बैठक के नतीजे कल शुक्रवार को आने वाले हैं। मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी इस बैठक में रेपो रेट को लेकर क्या फैसला लेती है, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं। मजबूत आर्थिक ग्रोथ और कमजोर रुपये के बीच निवेशक यह जानने को उत्सुक हैं कि क्या रिजर्व बैंक रेपो रेट में कटौती करेगा।
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के क्रांति बथिनी के मुताबिक, “अगर आरबीआई या फेडरल रिजर्व दोनों में से कोई भी नरम रुख अपनाते हैं, तो बाजार में शॉर्ट-टर्म ‘सांता रैली’ देखने को मिल सकती है।” कोटक महिंद्रा AMC को ब्याज दरों में 0.25% के कटौती की 50-50 संभावना है। कोटक महिंद्रा AMC के दीपक अग्रवाल ने कहा कि RBI मौजूदा वित्त वर्ष के लिए GDP ग्रोथ के अनुमान को बढ़ाकर 6.8% से ऊपर कर सकता है।
टेक्निकल चार्ट्स से क्या मिल रहे संकेत?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रेटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा, “निफ्टी की रिकवरी फिलहाल 26,000 के आसपास थमती दिख रही है। 26,111 के ऊपर मजबूती आएगी और 26,200 के ऊपर ब्रेकआउट संभव है। लेकिन अगर निफ्टी 25,935 के नीचे जाता है तो गिरावट का सिलसिला फिर शुरू हो सकता है।”
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