पिछले हफ्ते स्टॉक मार्केट के प्रमुख सूचकांकों ने रोजाना ऊंचाई के नए रिकॉर्ड बनाए। इसकी वजह अमेरिका में इंटरेस्ट रेट में उम्मीद से ज्यादा कमी है। अमेरिका में इंटरेस्ट रेट घटने से एशिया खासकर इंडिया में विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है। बीते हफ्ते के आखिरी दिन प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिली। इसके बावजूद लगातार तीसरे हफ्ते मार्केट चढ़कर बंद होने में कामयाब रहा। लेकिन, विदेशी निवेशकों का निवेश जारी रहने के लिए वैल्यूएशन का सही लेवल पर आना जरूरी है। यह तभी होगा जब कंपनियों की अर्निंग्स बढ़ेगी। दूसरी तिमाही के नतीजों का सीजन शुरू होने जा रहा है।
एनालिस्ट्स का कहना है कि तिमाही दर तिमाही आधार पर कंपनियों के प्रॉफिट में अच्छी वृद्धि दिख सकती है। इसकी वजह यह है कि पहली तिमाही में कंपनियों की प्रॉफिट ग्रोथ (Profit Growth) कोविड के बाद सबसे कम रही। पहली तिमाही में बीते चार सालों में सबसे ज्यादा अर्निंग्स डाउनग्रेड देखने को मिले। एनालिस्ट्स का कहना है कि मुश्किल वक्त को हम पीछे छोड़ चुके हैं। मानसून की प्रगति अच्छी है। ग्रामीण इलाकों में डिमांड में रकवरी है। रॉ मैटेरियर की कीमतों में नरमी है और मॉनसून काबू में आ रहा है। ऐसे में कंपनियों के प्रॉफिट में अच्छी ग्रोथ दिख सकती है।
Accenture ने FY25 के लिए अपना रेवेन्यू गाइडेंस बढ़ाया है। इससे इंडियन आईटी कंपनियों के लिए उम्मीद की किरण जगी है। ब्रोकरेज फर्मों ने कंसल्टिंग से आईटी कंपनियों का रेवेन्यू बढ़ने का अनुमान जताया है। इसकी वजह यह है कि कंपनियों के खर्च में वृद्धि की उम्मीद है। इस बीच नजरें दूसरी तिमाही के कंपनियों के नतीजों पर होगी। चूंकि, इंडियन मार्केट्स अभी दुनिया में सबसे महंगे हो चुके हैं। ऐसे में काफी कुछ दूसरी तिमाही में कंपनियों की प्रॉफिट ग्रोथ पर निर्भर करेगा।
पीबी फिनटेक के शेयर 27 सितंबर को 3.3 फीसदी गिरकर 1,638 रुपये पर बंद हुए। लगातार पांचवें दिन कंपनी के शेयर गिरे। कंपनी ने जब से हेल्थकेयर में उतरने का ऐलान किया है, उसके शेयरों पर दबाव दिख रहा है। BoFA ने कहा है कि ऑनलाइन इंश्योरेंस में कंपनी की स्थिति स्ट्रॉन्ग है।
CLSA ने भी कहा है कि PB Fintech अगले फाइनेंशियल फाइनेंस ईयर तक 1,000 करोड़ रुपये प्रॉफिट का टारगेट हासिल करने में कामयाब रहेगी। उधर, बेयर्स का कहना है कि हेल्थकेयर स्पेस में कंपनी के उतरने के प्लान को लेकर कई चीजें स्पष्ट नहीं हैं। शेयरों की कीमतों में तेजी इस बात पर निर्भर करेगी कि कंपनी नए बिजनेस में किस तरह से उतरनी है। वह कितना पूंजीगत खर्च करती है।
Amara Raja Energy & Mobility
अमारा राजा एनर्जी के शेयर 27 सितंबर को 4.6 फीसदी के उछाल के साथ 1,392 रुपये पर बंद हुए। एनालिस्ट में Amara Raja Energy के मैनेजमेंट ने बिजनेस प्लान के बारे में बताया है। कंपनी अगले 10 साल में 9,500 करोड़ रुपये पूंजीगत खर्च करेगी। 10-15 फीसदी मार्जिन के लिए 85-90 फीसदी कैपेसिटी यूटिलाइजेशन पर फोकस रहेगा। बुल्स का कहना है कि कंपपनी लिथियम-आयन बैटरीज के लिए अपनी आरएंडी क्षमता विकसित करना चाहती है। इससे पार्टनर्स पर कंपनी की निर्भरता घटेगी।
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कंपनी ने इस साल 1.5 GWh का बैटरी पैक प्लांट शुरू किया है। कंपनी का प्लान इसका विस्तार करने का है। उधर, बेयर्स का कहना है कि लेड-एसिड बिजनेस की ग्रोथ को आगे रिस्क हो सकता है, क्योंकि मार्केट का फोकस अब लिथियम आयन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर बढ़ रहा है। कंपनी के स्टॉक्स की वैल्यूएशन हाई है। इसमें CATL और LG Chem जैसी ग्लोबल कंपनियों के मुकाबले 46 फीसदी प्रीमियम पर ट्रेडिंग हो रही है।