शॉर्ट कवरिंग से निफ्टी में आया जोश, FPIs ने शुरू की खरीदारी : क्या अप्रैल में बाजार पकड़ेगा रफ्तार?

जब तक निफ्टी 23000 के अहम स्तर से ऊपर बना रहेगा, तब तक बाजार तेजड़ियों के नियंत्रण में बना रहेगा। अप्रैल के लिए रोलओवर आंकड़ा तीन और छह महीने के औसत 80.33% और 78.72% से नीचे रहा। कम रोलओवर प्रतिशत से पता चलता है कि ट्रेडर्स अपनी पोजीशन को आगे बढ़ाने में हिचकिचा रहे हैं

अपडेटेड Mar 29, 2025 पर 10:09 AM
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जब तक निफ्टी 23000 के अहम स्तर से ऊपर बना रहेगा, तब तक बाजार तेजड़ियों के नियंत्रण में बना रहेगा। 24,000 से ऊपर जाने पर निफ्टी में नए सिरे से खरीदारी आ सकती है

धुपेश धमेजा

निफ्टी इंडेक्स ने मार्च सीरीज की क्लोजिंग मजबूती के साथ की। मार्च में निफ्टी में 4.64 फीसदी की तेजी आई। इससे बाजार में तेजी बढ़ती दिखी। हालांकि, निफ्टी फ्यूचर्स रोलओवर में मार्च के 83.57 फीसदी से घटकर अप्रैल के लिए 76.09% पर आ गया। अप्रैल के लिए रोलओवर आंकड़ा तीन और छह महीने के औसत 80.33% और 78.72% से नीचे रहा। कम रोलओवर प्रतिशत से पता चलता है कि ट्रेडर्स अपनी पोजीशन को आगे बढ़ाने में हिचकिचा रहे हैं। ये मौजूदा डाउनट्रेंड के खत्म होने और नए सिरे से तेजी आने की संभावना का संकेत देता है। हालांकि आगे के मार्केट ट्रिगर को ध्यान में रखते हुए ट्रेडर सर्तकता भी बरत रहे हैं।

अप्रैल सीरीज की शुरुआत: बाजार की चाल बदली


नई सीरीज शुरू होने के साथ ही निफ्टी में 14.07 करोड़ शेयरों का ओपन इंटरेस्ट आगे बढ़ता दिखा, जो मार्च के 17.64 करोड़ शेयरों से काफी कम है। ओपन इंटरेस्ट में यह गिरावट, इंडेक्स में तेजी के साथ शॉर्ट अनवाइंडिंग का संकेत देती है। ऐसा लगता है कि मंदड़िए अपनी पोजीशन ठीक कर रहे हैं। इससे संकेत मिलता है शॉर्ट-कवरिंग मोमेंटम से आगे बाजार में तेजी जारी रह सकती है। हालांकि वोलैटिलिटी बढ़ रही है।

अस्थिरता अभी भी कम, लेकिन कब तक?

फीयर इंडेक्स इंडिया VIX मार्च के दौरान काफी हद तक स्थिर रहा। इस अवधि में यह 13.40 से शुरू होकर सीरीज के अंत तक थोड़ा कम होकर 13.30 पर आ गया। इंडिया VIX के 15 अंक से नीचे बने रहने के कारण बाजार में अनिश्चितता कम हुई है। हालांकि, भारत-अमेरिका टैरिफ पर होने वाली प्रगति, RBI MPC बैठक ( 25 बेसिस प्वाइंट दर कटौती की उम्मीद है) और महंगाई के आंकड़ों जैसे अहम मैक्रो इवेंट आने वाले सत्रों में वोलैटिलिटी को फिर से बढ़ा सकते हैं।

FPIs ने बढ़ाई उम्मीदें

मार्च की तेजी में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने अहम भूमिका निभाई है, उन्होंने आक्रामक तरीके से अपनी शॉर्ट पोजीशन को कम किया है। उनका 15.19 फीसदी से शुरू हुआ लॉन्ग-शॉर्ट अनुपात, मार्च के मध्य तक कम रहा,लेकिन सीरीज के अंत तक यह 39.86 फीसदी तक बढ़ गया, इस दौरान एफपीआई ने अपने शॉर्ट को कवर किया और नए लॉन्ग जोड़े। यह बदलाव ओवरसोल्ड मार्केट स्ट्रक्चर, प्रॉफिट बुकिंग और शॉर्ट पोजीशन फॉर्मेशन से प्रेरित था। अगर FPIs इसी तरह खरीदार बने रहे तो तेजी बनी रह सकती है।

आप्शन मार्केट के अहम स्तर

डेरिवेटिव आंकड़ों पर नजर डालें तो ऊपर की ओर 24,500-स्ट्राइक कॉल ऑप्शन में बड़ा ओपन इंटरेस्ट है। उसके बाद 24,000 का स्तर पर भी काफी कॉल ऑप्शन ओपन इंटरेस्ट है। ऐसे में ये दोनों लेवल निफ्टी के लिए रेजिस्टेंस का काम करेंगे। नीचे की ओर 23500 पुट स्ट्राइक में सबसे ज्यादा ओपन इंटरेस्ट है। इसके बाद 23,000 पर भी काफी पुट ऑप्शन ओपन इंटरेस्ट है। ये दोनों लेवल निफ्टी के लिए बड़े सपोर्ट के रूप में काम करते दिखेंगे। अगर निफ्टी 23,800-24,000 के ऊपर जाने में कामयाब होता है तो शॉर्ट-कवरिंग में तेजी आएगी। जिससे बुल्स को बाजार की कमान संभालने और निफ्टी को 24,500-24,800 के स्तर की ओर ले जाने में सहायता मिलेगी।

क्या रुझान में हो रहा है बदलाव ?

निफ्टी इंडेक्स ने मार्च के निचले स्तरों से मजबूत रिकवरी के साथ पांच महीने की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया है। ये बुल्स की पोजीशन मजबूत होने का संकेत है। 20 महीने के ईएमए से ऊपर बंद से बाजार को सपोर्ट मिला है। ओपन इंटरेस्ट में गिरावट, रोलओवर में कमी और एफपीआई की खरीदारी में बढ़त के साथ डाउनट्रेंड खत्म हो गया है। इससे अप्रैल सीरीज में तेजी जारी रहने की संभावना बढ़ गई है।

तकनीकी नजरिए से देखें तो निफ्टी ने अपने पिछले रेजिस्टेंस के पास एक मजबूत बेस बना लिया है। 23,000-22,700 के जोन में बना ये बेस अब मजबूत सपोर्ट में बदल गया है। इस जोन में निफ्टी के अहम शॉर्ट टर्म मूविंग एवरेज भी स्थिति है। इसी रेंज में भारी पुट राइटिंग भी हुई है। जिससे यह सपोर्ट और मजबूत हो गया है। ऊपर की ओर 24,000 पर रेजिस्टेंस है। इस लेवल के ऊपर किसी निर्णायक ब्रेकआउट से आक्रामक शॉर्ट-कवरिंग रैली आती दिख सकती है। इसके अलावा अहम सेक्टोरल इंडेक्स रिवर्सल ब्रेकआउट कर रहे हैं। इससे आगे निफ्टी में और तेजी आने की संभावना दिख रही है।

ट्रेडिंग रणनीति: गिरावट पर खरीदें, 24000 के रेजिस्टेंस पर नजर रखें

जब तक निफ्टी 23000 के अहम स्तर से ऊपर बना रहेगा, तब तक बाजार तेजड़ियों के नियंत्रण में बना रहेगा। 24,000 से ऊपर जाने पर निफ्टी में नए सिरे से खरीदारी आ सकती है। इसके चलते निफ्टी 24,800 की ओर जाता नजर आ सकता है। जब तक निफ्टी 23,000-22,700-के सपोर्ट जोन से ऊपर बना रहेगा, तब तक ट्रेडरो को "गिरावट पर खरीद" की रणनीति अपनाने की सलाह होगी। तत्काल रेजिस्टेंस से ऊपर का ब्रेकआउट निफ्टी में नई तेजी ट्रिगर कर सकता है।

चूंकि अप्रैल एक महत्वपूर्ण महीना होने वाला है,इसलिए बाजार में भाग लेने वालों को बाजार की अगली बड़ी चाल का अनुमान लगाने के लिए इन अहम स्तरों पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए।

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धुपेश धमेजा सैमको सिक्योरिटीज में डेरिवेटिव्स विश्लेषक हैं.

MoneyControl News

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First Published: Mar 29, 2025 10:00 AM

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