Stock Exchange in India: NSE-BSE के अलावा एक और एक्सचेंज, इस कारण जीरोधा के सीईओ नितिन कामत ने कहा ऐसा

Stock Exchange in India: देश में लंबे समय से दो स्टॉक्स एक्सचेंजों NSE और BSE का दबदबा बना हुआ है। ऐसे में तीसरे स्टॉक एक्सचेंज को लेकर कितनी जगह बनती है, इसे लेकर दिग्गज ब्रोकरेज फर्म जीरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत (Nithin Kamath) काफी पॉजिटिव हैं। उनका मानना है कि एक और एक्सचेंज के लिए जगह तो है

अपडेटेड Jun 10, 2025 पर 7:45 AM
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Stock Exchange in India: दिग्गज ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत का मानना है कि देश के सबसे ट्रेडिंग वॉल्यूम के हिसाब से देश के सबसे बड़े एक्सचेंज NSE और एशिया के सबसे पुराने एक्सचेंज बीएसई के अलावा एक और स्टॉक एक्सचेंज की जगह है।

Stock Exchange in India: दिग्गज ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत का मानना है कि देश के सबसे ट्रेडिंग वॉल्यूम के हिसाब से देश के सबसे बड़े एक्सचेंज NSE और एशिया के सबसे पुराने एक्सचेंज बीएसई के अलावा एक और स्टॉक एक्सचेंज की जगह है। उन्होंने ये बातें हाल ही में सीएनबीसी-टीवी18 से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि अभी जिन सेगमेंट्स में एक्सचेंजों की पहुंच नहीं हुई है, वहां मौके को भुनाने के लिए एक और अहम एक्सचेंज की संभावना बनी हुई है और यह 5-10 साल में हो सकता है। अभी भारतीय स्टॉक मार्केट में एनएसई और बीएसई का दबदबा बना हुआ है।

कहां एक्सचेंज की हैं संभावना?

जीरोधा के सीईओ का मानना है कि एनएसई और बीएसई का मार्केट में काफी दबदबा है लेकिन डेट इंस्ट्रूमेंट्स और म्यूचुअल फंड्स जैसे सेगमेंट में अभी काफी कुछ बाकी है। नितिन का कहना है कि इन पर अभी बीएसई और एनएसई का फोकस नहीं है क्योंकि ये बहुत आकर्षक नहीं हैं। ऐसे में नितिन कामत का मानना है कि इन सेगमेंट्स में लिक्विडिटी बनाने को चुनौती के रूप में लेते हुए एक और एक्सचेंज की जगह बन रही है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि अगले 5-10 साल में एक और एक्सचेंज अस्तित्व में आ सकता है।


अभी कितने एक्सचेंज हैं देश में?

देश मेंअभी करीब 9 एक्सचेंज हैं लेकिन इसमें से कुछ ही एक्टिव और परमानेंट हैं। इसमें से बीएसई देश ही नहीं, एशिया का सबसे पुराना एक्सचेंज हैं तो एनएसई ट्रेडिंग वॉल्यूम के हिसाब से देश का सबसे बड़ा एक्सचेंज हैं। कमोडिटी ट्रेडिंग के मामले में देश में दो एक्सचेंज MCX (मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज) और नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज (NCDEX) हैं लेकिन इसमें NCDEX पर सिर्फ एग्री प्रोडक्ट्स की ट्रेडिंग होती है, जबकि एमसीएक्स पर नॉन-एग्री जैसे कि जिंक, कॉपर, निकिल, एलुमिनियम, सोने, चांदी, कच्चा तेल और नेचुरल गैस की भी ट्रेडिंग होती है। एक और कमोडिटी एक्सचेंज इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (ICEX) भी है जो इकलौता एक्सचेंज है, जिस पर डायमंड कॉन्ट्रैक्ट्स की ट्रे़डिंग होती है।

इन सबके अलावा देश का पहला इंटरनेशनल स्टॉक एक्सचेंज India INX है जोकि बीएसई की सब्सिडरी है और गुजरात के गिफ्ट सिटी के इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर (IFSC) में स्थित है। यह हफ्ते में 6 दिन में 22 घंटे काम करता है। इसके टक्कर में वहीं एनएसई की सब्सिडरी NSE IFSC (एनएसई इंटरनेशनल एक्सचेंज) भी है।

इन सबके अलावा कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज (CSE) भी है जोकि कभी बीएसई और एनएसई को टक्कर देता था। 20 के करीब क्षेत्रीय स्टॉक एक्सचेंजों ने कारोबार बंद कर दिया है लेकिन सीएसई अभी भी लड़ाई में है। इसके अलावा एक और एक्सचेंज मेट्रोपालिटन स्टॉक एक्सचेंज (MSE) भी है जिसमें जीरोधा के रेनमैटर इंवेस्टमेंट्स (Rainmatter Investments) की भी हिस्सेदारी है।

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First Published: Jun 10, 2025 7:23 AM

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