Share Market : साल 2023 खत्म होने को है और साल 2024 का आगाज होने वाला है। इस साल शेयर मार्केट में भी काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। हालांकि, साल के आखिरी महीने में शेयर बाजार ने अपने ऑल टाइम हाई को छू लिया। अगर आप नए साल में निवेश का मन बना रहे हैं तो एक्सपर्ट्स ने आपके लिए जरूरी सलाह दी है। सेबी रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट और किंग रिसर्च एकेडमी के फाउंडर हरिंदर साहू ने नए साल के ऐसे पांच टॉप सेक्टर बताए हैं, जिनमें दमदार एक्शन की संभावना है। हरिंदर साहू को शेयर बाजार के 15 साल से ज्यादा का अनुभव है और बाजार की हर मूवमेंट पर पैनी नजर बनाए रखते हैं।
हरिंदर साहू का कहना है कि रेलवे में नए साल में ग्रोथ देखने को मिल सकती है। मार्च 2023 में एफडीआई निवेश बढ़कर 1.23 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जो तेजी का संकेत है। 2030 तक अनुमानित 50 लाख करोड़ रुपये का निवेश पॉजिटिव सेंटीमेंट को दिखाता है। इसके साथ ही इंफ्रा में काफी उछाल आया है। मजबूत निवेश विकास की संभावनाओं का संकेत देते हैं, जिससे रेलवे सेक्टर में ग्रोथ की उम्मीदें दिखाई देती हैं।
साहू का कहना है कि अनुमानित 14.9% सीएजीआर के साथ एफएमसीजी सेक्टर में पैकेज्ड फूड बाजार और इंटरनेट-संचालित मांग में इजाफे के कारण ग्रोथ देखने को मिल सकती है। विदेशी इक्विटी और बढ़ते निर्यात के लिए सरकारी मंजूरी इसके लिए अहम है। इस सेक्टर के भीतर विकास के लिए तैयार कंपनियों को इस तेजी का लाभ होगा, विशेष रूप से वे कंपनियां जो ई-कॉमर्स रुझानों के साथ रणनीतिक रूप से जुड़ी हुई हैं। ऐसे में एफएमसीजी सेक्टर में भी ग्रोथ देखने को मिल सकता है।
स्टील की मांग में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। वैश्विक स्टील खपत में 2-3 करोड़ टन की तेजी की उम्मीदें इस सेक्टर में उछाल आने का संकेत देती हैं। साथ ही में नए साल में इस सेक्टर में इजाफा देखने को मिल सकता है।
भारत का मजबूत आर्थिक प्रदर्शन संभावित आरबीआई ब्याज दर में कटौती का संकेत देता है, जिससे तरलता और खर्च में इजाफा होगा। कम ब्याज दरें रियल एस्टेट और ऑटोमोटिव सेक्टर में उपभोक्ता खर्च को बढ़ा सकती हैं, जिससे संभावित रूप से बैंकों के लोन पोर्टफोलियो को फायदा होगा। ऐसे में बैंकिंग सेक्टर में भी तेजी आने की उम्मीद है।
हरिंदर साहू ने बताया कि पूर्वानुमानों से पता चलता है कि 2024 में भारत का आईटी खर्च 10.7% बढ़कर 124.6 अरब डॉलर हो जाएगा। AI, विशेष रूप से जेनएआई में निवेश ने तकनीकी बदलावों के लिए प्लेटफॉर्म तैयार किया है, हालांकि उनका पूरा असर 2024 से या इसके बाद से ही देखने को मिल सकता है। ऐसे में आईटी सेक्टर पर भी काफी फोकस रहने की उम्मीद है। इसके साथ ही साहू का कहना है कि नए साल में 13 जनवरी को दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में वो मार्केट मंथन का भी आयोजन करने वाले हैं, जहां देश के दिग्गज निवेशक जुटेंगे और नए साल में शेयर बाजार में कौनसे अन्य सेक्टर एक्शन में आ सकते हैं इस पर भी विस्तार से चर्चा करेंगे।