Genus Power Infrastructure Shares: जीनस पावर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के शेयरों का भाव आज 13 जून को 4 फीसदी तक लुढ़क गया। इसकी वजह कंपनी की हिस्सेदारी बिक्री का रद्द होना बताया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि सिंगापुर की सरकारी इनवेस्टमेंट कंपनी GIC की सहयोगी कंपनी चिसविक इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने जीनस पावर में अपनी 3.6% हिस्सेदारी बेचने के लिए एक ब्लॉक डील लॉन्च किया था। इस डील में ओवरसब्सक्रिप्शन की स्थिति में 2.2% तक अतिरिक्त हिस्सेदारी बेचने का विकल्प भी शामिल था। हालांकि अब इस ब्लॉक डील को रद्द कर दिया है। हमारे सहयोगी CNBC-TV18 ने सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
इस ब्लॉक डील का बेस साइज करीब 400 करोड़ रुपये का था, जबकि अतिरिक्त हिस्सेदारी की वैल्यू 250 करोड़ रुपये तक थी। इस तरह इस ब्लॉक डील का कुल साइज 650 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता था। डील के लिए फ्लोर प्राइस 360 रुपये प्रति शेयर रखा गया था, जो इसके पिछले बंद भाव से करीब 6.5% कम है।
जीनस पावर ने जुलाई 2023 में GIC और उसकी सहयोगी कंपनियों के साथ एक समझौता किया था, जिसके तहत GIC ने कंपनी में वारंट के जरिए 15% हिस्सेदारी के लिए 519 करोड़ रुपये का निवेश किया था। साथ ही दोनों कंपनियों ने 2 अरब डॉलर की शुरुआती पूंजी के साथ एडवांस्ड मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सेवा परियोजनाओं के लिए एक प्लेटफॉर्म स्थापित करने का समझौता भी किया था।
वित्तीय नतीजों की बात करें तो जीनस पावर ने मार्च तिमाही में 123 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया, जो इसके पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 24.2% अधिक है। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू दोगुना होकर 936.8 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 420 करोड़ रुपये था। कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) 196.3 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 51 करोड़ रुपये था। मार्च तिमाही में कंपनी का मार्जिन भी 800 बेसिस प्वाइंट बढ़कर 20.95% हो गया।
शुक्रवार को जीनस पावर के शेयर कारोबार के दौरान 3.9% गिरकर 369.95 रुपये के इंट्राडे लो तक पहुंच गए। दोपहर 11:50 बजे के करीब, इसके शेयर 3.38 फीसदी की गिरावट के साथ 372.05 प्रति शेयर के भाव पर कारोबार कर रहे थे। हालांकि पिछले एक महीने में इस स्टॉक ने 22.14% का रिटर्न दिया है।
डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।