Market overview : गिफ्टी निफ्टी लगभग सपाट कारोबार कर रहा है। इससे संकेत मिलता है कि भारतीय बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी 50 भी 5 मार्च को सपाट या निगेटिव जोन में ही खुल सकते हैं। भारतीय इक्विटी इंडेक्स 4 मार्च को उठापटक भरे कारोबारी सत्र में लाल निशान में बंद हुए थे। लेकिन ये दिन के निचले स्तर से काफी सुधर कर बंद हुए थे। निफ्टी 5 जून 2024 के बाद पहली बार 22,000 से नीचे आ गया था। कमजोर ग्लोबल बाजारों का असर हमारे बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है। निवेशक ट्रम्प द्वारा मैक्सिको और कनाडा से होने वाले आयात पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने के बाद ग्लोबल ट्रेडवार को लेकर चिंतित नजर आए।
कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 96.01 अंक या 0.13 फीसदी गिरकर 72,989.93 पर और निफ्टी 36.65 अंक या 0.17 फीसदी गिरकर 22,082.65 पर बंद हुआ था।
करेंसी और इक्विटी बाजारों में आज क्या हो रहा है यह जानने के लिए मनीकंट्रोल के साथ बने रहें। यहां हम आपके लिए तमाम समाचार प्लेटफॉर्मों पर चल रही आज की ऐसी अहम खबरों की एक सूचि जारी कर रहें हैं जो भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों को प्रभावित कर सकते हैं।
गिफ्ट निफ्टी 21 अंक यानी 0.09 फीसदी की गिरावट के साथ 22,119.50 के आसपास कारोबार कर रहा है,जो दिन की सपाट से नकारात्मक शुरुआत का संकेत है।
गिफ्ट निफ्टी और शांघाई कंपोजिट को छोड़ दें तो एशियाई बाजारों में आज तेजी है। निक्केई 0.07 फीसदी की हल्की बढ़त दिखा रहा है। वहीं, स्ट्रेट टाइम्स में 0.25 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। हैंग सैंग में 0.74 फीसदी और ताइवान के बाजार में 1.30 फीसदी की तेजी दिख रही है। कोस्पी 0.74 फीसदी की बढ़त दिखा रहा है। हालांकि शांघाई कंपोजिट में 0.13 फीसदी की कमजोरी नजर आ रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा, मैक्सिको और चीन पर नए टैरिफ लगाने के बाद ट्रेड टेंशन बढ़ने के कारण मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 670.25 अंक या 1.55% गिरकर 42,520.99 पर आ गया, एसएंडपी 500 71.57 अंक या 1.22% गिरकर 5,778.15 पर आ गया और नैस्डैक कंपोजिट 65.03 अंक या 0.35% गिरकर 18,285.16 पर आ गया।
10-ईयर यूएस ट्रेजरी यील्ड 22 बेसिस प्वाइंट अंक घटकर 4.23 फीसदी पर दिख रहा है। जबकि 2-ईयर ट्रेजरी यील्ड 20 बेसिस प्वाइंट घटकर 3.97 फीसदी हो गया है।
बुधवार को अमेरिकी डॉलर दुनिया की दूसरी बड़ी मुद्राओं के मुकाबले तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। अमेरिका द्वारा हाल ही में लगाए गए टैरिफ तथा कनाडा और चीन द्वारा जवाबी कार्रवाई के बाद ट्रेडवॉर बढ़ने की आशंका के कारण एशियाई के करेंसीज में मिलाजुला रुख रहा।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 4 मार्च को अपनी बिकवाली जारी रखी और 3405 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने भी अपनी खरीदारी जारी रखी और उसी दिन 4851 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।