Stock Picks - आज के बिग मार्केट वॉयस सेगमेंट में सीएनबीसी -आवाज़ के साथ रहे व्हाइट ओक कैपिटल मैनेजमेंट (White Oak Capital Management) के CEO आशीष सोमैया जो MF इंडस्ट्री का जानामाना चेहरा हैं। आशीष सोमैया व्हाइट ओक एएमसी के CEO हैं। इनको 20 साल से ज्यादा का लंबा अनुभव है। मोतीलाल ओसवाल AMC के रिटेल बिजनेस हेड रह चुके हैं। आशीष ICICI PRU AMC के साथ भी काम कर चुके हैं।
आशीष का कहना है कि बाजार में अगर किसी ग्लोबल कारण की वजह से या हिंडनबर्ग जैसे प्रकरण की वजह से कोई करेक्शन मिलता है तो इसका स्वागत है। इस तरह की किसी गिरावट का फायदा जरूर उठाना चाहिए। बाजार में गिरावट में खरीदारी की स्ट्रैटेजी रखें। उनका कहना है कि US में मंदी की आंशका से थोड़ा करेक्शन संभव है। अगर आने वाले 2-3 महीनों में बाजार में अमेरिकी कारणों की वजह से कोई गिरावट आती है तो खरीदारी के लिए इसका इस्तेमाल करें।
ब्याज दरें घटने की संभावना से IT शेयर फोकस में
आईटी शेयरों पर बात करते हुए आशीष ने कहा कि वे IT के शेयरों में निवेशित हैं। एक बड़ी आईटी कंपनी में भी उनकी खरीदारी है। उनका मानना है कि आईटी में पिछले 3 साल से जो बाधाएं बनी हुई थीं वे अब दूर हो रही हैं। आईटी में बॉटम अप बेसिस पर शेयर चुनने की सलाह है। आशीष का कहना है कि आगे बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर को अपनी सेवाएं देने वाली आईटी कंपनियां अच्छा करेंगी। उनको इस सेक्टर की मिड और स्मॉलकैप कंपनियों में दम दिख रहा है। ब्याज दरें घटने की संभावना से भी IT शेयर फोकस में हैं।
बाजार में सेक्टर रोटेशन जारी
आशीष का कहना है कि बाजार में सेक्टर रोटेशन जारी है। ब्याज दरों की अनिश्चितता से सेक्टर रोटेशन हो रहा है। ब्याज दरों और दूसरे मैक्रोज में बदलाव की संभावना को चलते बाजार का अंडरकरेंट भी चेंज हो रहा है, यानी सेक्टर्स में भी रोटेशन हो रहा है। ऐसे में इस समय पोर्टफोलियों, ब्रॉड बेस्ड, ब्लेंडेड और डाइवर्सिफाइड होना चाहिए न कि फोकस्ड। पिछले 2-3 सालों में जो शेयर चले हैं अगर वे आपके पोर्टफोलियो में ओवरलोडेड हैं तो इस मार्केट रोटेशन में अंडरपरफॉर्मेंस का ज्यादा जोखिम है। ऐसे में पिछले तीन साल में जो चीजें खूब चली हैं वहां से हटकर जो चीजें अभी तक नहीं चली हैं उन पर फोकस करने की जरूरत है।
अब पीएसयू सेक्टर में सेलेक्टिव होने की जरूरत
सरकारी कंपनियों पर बात करते हुए आशीष ने कहा कि अब पीएसयू सेक्टर में सेलेक्टिव होने की जरूरत है। पीएसयू कंपनियों में सिर्फ ऑर्डर बुक देखकर निवेश न करें। दूसरे अहम मानकों पर भी नजर रखें। इसके अलावा बाजार में पहले से ही सेक्टर रोटेशन शुरू हो चुका है ऐसे में अब तक काफी चल चुके पीएसयू शेयरों को लेकर सावधान रहने की जरूरत है।
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