Supertech EV IPO Listing: इलेक्ट्रिक दोपहिया और ई-रिक्शा बनाने वाली सुपरटेक ईवी के शेयरों की आज इतने भारी डिस्काउंट पर एंट्री हुई कि अपर सर्किट पर भी शेयर पहुंच जाएं तो भी आईपीओ निवेशक आज तगड़े घाटे में रहेंगे। इसके आईपीओ को ओवरऑल 4 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹92.00 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹73.60 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि उनकी पूंजी ही 20% घट गई। आईपीओ निवेशकों को और झटका तब लगा, जब शेयर और टूट गए।
टूटकर यह ₹69.92 (Supertech EV Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 24.00% घाटे में हैं। आज इसका 5% का अपर सर्किट लेवल ₹77.26 पर था जोकि आईपीओ प्राइस से 16.02% डाउनसाइड है।
Supertech EV IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
सुपरटेक ईवी का ₹29.90 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 25-27 जून तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 4.40 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.01 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 2.09 गुना, खुदरा निवेशकों का हिस्सा 7.06 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 32,49,600 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹16.50 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, ₹3 करोड़ कर्ज चुकाने और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और आईपीओ से जु़ड़े एक्सपेसेंज पर खर्च होंगे।
वर्ष 2022 में सुपरटेक भारत में ईवी बनाती है। इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में 12 मॉडल्स हैं जिनमें से 8 वैरिएंट इलेक्ट्रिक दोपहिया और 4 वैरिएंट ई-रिक्शा की है। देश के 19 राज्यों में इसके 445 डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं। इसके प्रोडक्ट्स कार्गो मैक्स-एल5 ई-लोडर, पैसेंजर मैक्स और जैप्स्टर प्रो हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे ₹6 लाख का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो वित्त वर्ष 2023 में उछलकर ₹5.02 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 में ₹6.19 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू रॉकेट की स्पीड से बढ़ा। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹2.38 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ था जो वित्त वर्ष 2024 में ₹65.14 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹75.19 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान ऑपरेटिंग प्रॉफिट भी वित्त वर्ष 2023 में ₹9 लाख और वित्त वर्ष 2024 में 7.39 करोड़ से उछलकर वित्त वर्ष 2025 में 9.48 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।