वीकली एक्सपायरी के दिन निफ्टी में फ्लैट कारोबार के साथ कंसोलिडेशन देखने को मिल रहा है। हालांकि बैंक निफ्टी में मजबूती है। मिडकैप और स्मॉलकैप में भी अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। वहीं वोलैटिलिटी इंडेक्स INDIA VIX करीब 3 फीसदी फिसल गया है। IT शेयरों में आज सबसे ज्यादा मजबूती है। यह इंडेक्स करीब एक फीसदी चढ़ा है। खासकर मिडकैप IT में रौनक देखने को मिल रही है। तीन फीसदी की तेजी के साथ कोफोर्ज वायदा का टॉप गेनर बना है। साथ ही कैपिटल गुड्स में भी तेजी है। वहीं फार्मा, ऑटो और FMCG में आज दबाव दिख रहा है।
टाटा मोटर्स में तेजी क्यों?
इंडिविजुअल स्टॉक्स की बात करें तो टाटा मोटर्स में आज करीब 3 फीसदी की तेजी बनी हुई है। शेयर में तेजी के क्या कारण हैं इस पर नजर डालें तो बाजार का मानना है कि US-UK फ्री ट्रेड डील इस शेयर के लिए बेहद पॉजिटिव हो सकती है। भारत-UK FTA के बाद इस स्टॉक के लिए दूसरा बड़ा पॉजिटिव ट्रिगर है जैगुआर लैंडरोवर के लिए US का बड़ा बाजार। JLR की 1/3 बिक्री नॉर्थ अमेरिका में होती है। कंपनी की कंसो आय में 30 फीसदी हिस्सा JLR का है। JLR की US में कोई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट नहीं है।
ऐसे में ट्रंप द्वारा ब्रिटेन के साथ जल्द ही ट्रेड डील की घोषणा की संभावना के कारण आज इस शेयर में जोरदार तेजी आई है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने मामले की जानकारी रखने वाले तीन लोगों के हवाले से बताया कि आज अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन के बीच व्यापार समझौते की घोषणा करने की उम्मीद है। इसके पहले ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया था कि वह गुरुवार को सुबह 10 बजे EDT (1400 GMT) ओवल ऑफिस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे जिसमें एक बड़े और सम्मानित देश के प्रतिनिधियों के साथ एक अहम ट्रेड डील के बारे में बात होगी।
ट्रंप ने इस डील का अधिक विवरण तो नहीं दिया,लेकिन कहा कि यह डील आगे होने वाली ऐसी कई डील्स में से पहली डील होगी। हालांकि व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने टाइम्स की इस रिपोर्ट पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उधर ब्रिटेन के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि दोनों देशों ने व्यापार समझौते पर अच्छी प्रगति की है। इस समझौते से इस्पात और ऑटोमोबाइल पर टैरिफ दर में कटौती हो सकती है।
बता दें कि ब्रिटेन उन देशों में शामिल नहीं है जिन पर एडिशनल टैरिफ लगाया गया है। इसकी वजह यह है कि वह अमेरिका को जितना निर्यात करता है, उससे अधिक वहां से आयात करता है।
अगर ब्रिटेन के साथ समझौते की घोषणा हो जाती है तो यह जैगुआर लैंड रोवर के लिए एक बड़ा पॉजिटिव सकता है। क्योंकि जगुआर लैंड रोवर की कमाई का लगभग पांचवां हिस्सा अमेरिकी बाजार से आता है। अमेरिका द्वारा सभी ऑटो आयातों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के कारण कंपनी ने अप्रैल में अपने वाहनों का शिपमेंट रोक दिया था। हालांकि,हालिया रिपोर्टों से पता चला है कि शिपमेंट फिर से शुरू हो गया है,लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।