Tata Steel ने 2024 में छीनी अपने निवेशकों की मुस्कान, अब कैसा रहेगा नया साल?
पिछले एक साल में, Tata Steel के नेगेटिव रिटर्न से उलट कंपनी के लिस्टेड पियर्स जिंदल स्टील एंड पावर और जेएसडब्ल्यू स्टील ने निवेशकों को पॉजिटिव रिटर्न दिया है। जिंदल स्टील एंड पावर के शेयर में पिछले एक साल के दौरान लगभग 23 फीसदी की तेजी देखी गई, जबकि जेएसडब्ल्यू स्टील ने 3.5 फीसदी का मामूली रिटर्न दिया है
Tata Steel ने अपने शेयरधारकों को साल 2024 में निराश किया है।
Tata Steel share: टाटा स्टील ने अपने शेयरधारकों को साल 2024 में निराश किया है। इस साल कंपनी के शेयरों में 1.64 फीसदी की गिरावट देखी गई। अब सवाल यह है कि नया साल 2025 क्या निवेशकों के चेहरे पर मुस्कान ला पाएगा? एक्सपर्ट्स की मानें तो नए साल में कंपनी को और भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, खासकर कंपनी के इंटरनेशनल बिजनेस में चल रही ऑपरेशनल दिक्कतों के कारण। कंपनी के शेयरों में आज 30 दिसंबर को 0.97 फीसदी की गिरावट आई है और यह स्टॉक BSE पर 137.60 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है।
पिछले एक साल में, टाटा स्टील के नेगेटिव रिटर्न से उलट कंपनी के लिस्टेड पियर्स जिंदल स्टील एंड पावर और जेएसडब्ल्यू स्टील ने निवेशकों को पॉजिटिव रिटर्न दिया है। जिंदल स्टील एंड पावर के शेयर में पिछले एक साल के दौरान लगभग 23 फीसदी की तेजी देखी गई, जबकि जेएसडब्ल्यू स्टील ने 3.5 फीसदी का मामूली रिटर्न दिया है।
नीदरलैंड सरकार ने लगाया Tata Steel पर जुर्माना
टाटा स्टील पर नीदरलैंड सरकार द्वारा पर्यावरणीय उल्लंघनों के लिए €27 मिलियन का जुर्माना लगाया गया है, जो उसकी IJmuiden स्थित ऑपरेशन्स से संबंधित है। इसके अलावा, डच सरकार ने चेतावनी दी है कि अगर कंपनी उल्लंघनों को दूर करने के लिए जरूरी कैपिटल एक्सपेंडिचर नहीं करती है, तो उसका कामकाज बंद करने पर भी विचार किया जा सकता है।
यह यूनाइटेड किंगडम के बाद कंपनी का अगला बड़ा विदेशी कैपिटल एक्सपेंडिचर होगा, जिसमें 7 मिलियन टन प्रति वर्ष-IJmuiden प्लांट का रिस्ट्रक्चर शामिल है, ताकि डायरेक्ट रिड्यूस्ड आयरन (DRI) और इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (EAF) प्रक्रियाओं के माध्यम से ग्रीन स्टील का प्रोडक्शन किया जा सके। कुछ एनालिस्ट्स का कहना है कि रिस्ट्रक्चर के लिए $5 अरब तक की जरूरत हो सकती है। इन एनालिस्ट्स ने नाम न बताने की शर्त पर बात की।
हालांकि, यूरोप में कमजोर स्टील की मांग एक प्रमुख बाधा बनी हुई है। निकट भविष्य में मांग स्थिर रहने की उम्मीद है, जिससे कंपनी की आय और घट सकती है। इसके साथ ही, संभावित उधारी से जुड़े ब्याज खर्च भी बढ़ेंगे, जो कंपनी के वित्तीय दबाव को और बढ़ा सकते हैं।
एनालिस्ट्स का कहना है कि 5 अरब डॉलर के रिस्ट्रक्चरिंग बिल से ब्लास्ट फर्नेस को बंद करने, उन्हें DRI और EAF स्टीलमेकिंग प्रक्रियाओं से बदलने, संभावित छंटनी लागत और व्यापक एंटी-पॉल्यूशन उपायों को लागू करने जैसी पुनर्गठन लागतों को कवर करने की उम्मीद है। बता दें कि टाटा स्टील नीदरलैंड्स लगातार पर्यावरणीय उल्लंघनों के कारण रेगुलेटरी निगरानी में रहा है।
जून में ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में डच सरकार के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया था कि IJmuiden प्लांट को ग्रीन स्टील प्रोडक्शन के लिए रिस्ट्रक्चर करने के लिए दी जाने वाली सरकारी सब्सिडी लगभग $3.3 बिलियन तक पहुंच सकती है। यह सब्सिडी आंशिक रूप से प्लांट से होने वाले उत्सर्जन के कारण पैदा होने वाले पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान के लिए दी जा रही है।
स्थानीय अधिकारियों द्वारा लगाया गया जुर्माना
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार स्थानीय अधिकारियों ने यह जुर्माना वोलेटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड्स और हैवी मेटल के उत्सर्जन की तय सीमा से अधिक होने के कारण लगाया है। यह उल्लंघन नॉर्थ सी कैनाल क्षेत्र में हुआ है, जहां यह प्लांट स्थित है।
डच अधिकारियों ने पहले भी कंपनी पर जुर्माना लगाया था। 2023 में एक सरकारी स्वास्थ्य निगरानी एजेंसी ने प्लांट के उत्सर्जन को पास के समुद्री गांव विज्क आन ज़ी के निवासियों में लाइफ एक्सपेक्टेंसी में कमी, फेफड़ों के कैंसर, बच्चों में अस्थमा और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जोड़ा था।
रिपोर्ट में बताया गया कि अगर टाटा स्टील छह हफ्तों के भीतर एक कार्य योजना प्रस्तुत करने में विफल रहता है और अगले दो महीनों में सुधारात्मक उपाय लागू नहीं करता है, तो जुर्माना प्रभावी कर दिया जाएगा। इसके साथ ही, प्लांट्स के लिए पर्यावरणीय लाइसेंस रद्द किया जा सकता है, जिससे कोक फैक्ट्री को बंद करने की नौबत आ सकती है।
इसके जवाब में, टाटा स्टील ने रॉयटर्स को बताया कि वह जुर्माने से संबंधित निर्णयों से असहमत है। डच सरकार द्वारा लगाए गए जुर्माने, नीदरलैंड्स में कंपनी के संचालन, और वहां की पूंजीगत व्यय योजनाओं पर प्रतिक्रिया के लिए टाटा स्टील को भेजे गए ईमेल का रिपोर्ट पब्लिश होने के समय तक कोई जवाब नहीं मिला।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।