बिहार चुनाव के नतीजों से शेयर बाजार में उठेगा तूफान? क्या कहते हैं पिछले 3 चुनाव के आंकड़े

Bihar Election Results on Share Markets: चुनाव नतीजों का दिन शेयर मार्केट के लिए किसी आम कारोबारी दिन जैसा नहीं होता। इस दिन बाजार में उम्मीद, डर और घबराहट का मिलाजुला रुप देखने को मिलता है। सवाल यह है कि क्या राज्य की सत्ता बदलने से शेयर बाजार का रुख भी बदल जाएगा? चलिए, इस सवाल का जवाब पिछले तीन बिहार विधानसभा चुनावों के इतिहास में ढूंढते हैं

अपडेटेड Nov 13, 2025 पर 6:55 PM
Story continues below Advertisement
Bihar Chunav Results: साल 2020 में बिहार चुनाव के नतीजों के बाद सेंसेक्स और निफ्टी की चाल सपाट रही थी

Bihar Election Results on Share Markets: बिहार विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल आने के बाद शेयर बाजार में जो रौनक देखने को मिली थी, अब कल 14 नवंबर को उसका लिटमस टेस्ट होने वाला है। एग्जिट पोल्स ने बिहार चुनाव में एनडीए की एकतरफा जीत का संकेत दिया है। एग्जिट पोल्स के नतीजों के बाद बुधवार 12 नवंबर को शेयर बाजार में जोरदार तेजी आई थी। लेकिन अब निवेशकों के मन में यह सवाल गूंज रहा है कि अगर 14 नवंबर को नतीजे एग्जिट पोल्स से अलग निकले, तो क्या शेयर बाजार कोई बड़ी हलचल आ सकती है?

चुनाव नतीजों का दिन शेयर मार्केट के लिए किसी आम कारोबारी दिन जैसा नहीं होता। इस दिन बाजार में उम्मीद, डर और घबराहट का मिलाजुला रुप देखने को मिलता है। सवाल यह है कि क्या राज्य की सत्ता बदलने से शेयर बाजार का रुख भी बदल जाएगा? चलिए, इस सवाल का जवाब पिछले तीन बिहार विधानसभा चुनावों के इतिहास में ढूंढते हैं।

2010 का बिहार विधानसभा चुनाव

साल 2010 में एनडीए (बीजेपी–जेडीयू) ने नीतीश कुमार की अगुआई में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। राज्य की राजनीति में यह एक बड़ा मोड़ था, लेकिन शेयर बाजार पर इसका खास असर नहीं पड़ा। उस वक्त भारत की इकोनॉमी 2008 की ग्लोबल मंदी से उबरने की कोशिश कर रही थी, और निवेशक ग्लोबल बाजारों की रिकवरी और घरेलू आर्थिक सुधारों पर ज्यादा ध्यान दे रहे थे। सेंसेक्स ने चुनाव के बाद मामूली बढ़त दर्ज की, लेकिन उस समय बाजार का फोकस राज्य के चुनावी नतीजों पर नहीं, बल्कि दिल्ली सरकार की आर्थिक नीतियों और वॉल स्ट्रीट की चाल पर था।


2015 का बिहार विधानसभा चुनाव

2015 का बिहार चुनाव केंद्र की मोदी सरकार के लिए एक अहम टेस्ट माना जा रहा था। जब नतीजे आए, तो महागठबंधन (नीतीश + लालू + कांग्रेस) ने बीजेपी की अगुआई वाले एनडीए को हरा दिया। इसके बाद अगले ही दिन सेंसेक्स 391 अंक (1.5%) गिर गया। निवेशकों को डर था कि इस हार से आर्थिक सुधारों (जैसे GST और लेबर रिफॉर्म्स) में देरी हो सकती है। हालांकि, यह गिरावट शॉर्ट-टर्म रिएक्शन थी और कुछ ही दिनों में बाजार ने रिकवरी की।

2020 का बिहार विधानसभा चुनाव

अब बात करतें हैं कि पिछले यानी साल 2020 के चुनाव की। साल 2020 में जब बिहार विधानसभा चुनाव हुआ, उस समय देश कोविड-19 महामारी से जूझ रहा था। इस चुनाव में एनडीए ने मुश्किल से अपनी सत्ता बरकरार रखी। लेकिन उस समय बाजार की नजरें अमेरिकी चुनावों, वैक्सीन ट्रायल्स और आर्थिक रिकवरी जैसे ग्लोबल मुद्दों पर थीं। बिहार चुनाव का प्रभाव लगभग न के बराबर रहा। सेंसेक्स और निफ्टी सपाट रहे, और निवेशक कंपनियों के तिमाही नतीजों और ग्लोबल ट्रेंड्स पर ज्यादा ध्यान दे रहे थे।

लोकसभा चुनाव में बदल जाती है तस्वीर

इसका मतलब साफ है कि राज्यों में होने चुनाव का असर तब तक सीमित रहता है, जब तक वह केंद्र की नीति या राजनीतिक स्थिरता को प्रभावित नहीं करता। लेकिन जब लोकसभा चुनाव आता है, तब खेल पूरी तरह बदल जाता है। राज्य चुनावों की तुलना में लोकसभा चुनावों का असर कहीं ज्यादा गहरा होता है। शेयर बाजार को सबसे अधिक डर ‘अनिश्चितता’ (Uncertainty) से होता है। इसका ताजा उदाहरण 2024 के आम चुनाव हैं, जब भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला और गठबंधन सरकार बनने की आशंका से सेंसेक्स और निफ्टी में 4 साल की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई।

कुल मिलाकर, इतिहास यही बताता है कि विधानसभा चुनावों का असर अल्पकालिक होता है, लेकिन अगर नतीजों से राजनीतिक अस्थिरता के संकेत मिले, तो फिर शेयर मार्केट बेचैन हो सकता है। निवेशकों की नजरें अब कल यानी 14 नवंबर को आने वाले नतीजों पर टिकी है।

यह भी पढ़ें- Tata Motors Q2 Results: कमर्शियल व्हीकल यूनिट को ₹867 करोड़ का घाटा, रेवेन्यू बढ़ा; शेयरों पर रहेगी नजर

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।