TCS Share Price: साइबर हमले पर टीसीएस की सफाई, शेयरों ने मनाया जश्न

TCS Share Price: ब्रिटिश रिटेलर मार्क्स एंड स्पेंसर (M&S) ने टीसीएस के साथ $100 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया है, इस रिपोर्ट को टीसीएस ने तथ्यात्मक रूप से गलत कहा है। टीसीएस ने इसे लेकर सफाई दी तो इसके शेयर उछल पड़े। जानिए कि ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट में क्या दावा किया गया था और इसे लेकर टीसीएस का क्या कहना है?

अपडेटेड Oct 27, 2025 पर 4:17 PM
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TCS का कहना है कि ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट में एमएंडएस के साथ कारोबारी संबंध और कॉन्ट्रैक्ट साइज जैसी तथ्यात्मक गलतियां हैं।

TCS Share Price: देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने ब्रिटिश मीडिया की एक रिपोर्ट को खारिज कर दिया। यूके (यूनाइटेड मीडिया) रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मार्क्स एंड स्पेंसर (M&S) ने साइबर हमले से निपटने में फेल होने के चलते टीसीएस के साथ $100 करोड़ डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया है लेकिन टीसीएस ने इस भ्रामक और तथ्यात्मक रूप से गलत कहा। कंपनी ने रविवार 27 अक्टूबर की देर शाम स्टॉक एक्सचेंजों को फाइलिंग में यह जानकारी दी। टीसीएस का कहना है कि द टेलीग्राफ (The Telegraph) में "M&S ousts Indian outsourcer accused of £300m cyberattack failures" (एमएंडएस ने 30 करोड़ पौंड के साइबर हमले में फेल होने के मामले में भारतीय आउटसोर्सिंग कंपनी को किया बाहर) शीर्षक से पब्लिश्ड लेख में कई तथ्यात्मक गलतियां थीं। इसके चलते आज शेयर ग्रीन रहे और बीएसई पर यह 0.72% की बढ़त के साथ ₹3084.55 पर बंद हुआ।

क्या कहना है TCS का?

टीसीएस का कहना है कि ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट में एमएंडएस के साथ कारोबारी संबंध और कॉन्ट्रैक्ट साइज जैसी तथ्यात्मक गलतियां हैं। टीसीएस ने स्पष्ट किया कि मीडिया रिपोर्ट में जिस एमएंडएस सर्विस डेस्क कॉन्ट्रैक्ट का जिक्र है, उसके लिए टेंडर प्रोसेस जनवरी 2025 में हुआ था और एमएंडएस ने अप्रैल 2025 में हुए साइबर हमला से काफी पहले ही अन्य पार्टनर्स के साथ काम करने का फैसला ले लिया था। कंपनी ने इस बात पर जोर देकर कहा कि दोनों मामले पूरी तरह से अलग हैं। टीसीएस का यह भी कहना है कि एमएंडएस के साथ कुल कारोबार में सर्विस डेस्क कॉन्ट्रैक्ट बहुत छोटा हिस्सा है। टीसीएस का कहना है कि एमएंडएस के साथ रणनीतिक साझेदार के रूप में कई अन्य क्षेत्रों में काम करना जारी रखे हुए है।


साइबर हमले को लेकर टीसीएस ने कहा कि उसने अपने नेटवर्क और सिस्टम की पूरी जांच की थी और यह सामने आया कि उसकी तरफ से कोई भी दिक्कत नहीं हुई थी। कंपनी का कहना है कि वह एमएंडएस को साइबर सिक्योरिटीज सर्विसेज मुहैया नहीं कराती है और यह सर्विस दूसरे पार्टनर के जरिए मुहैया होती है। दोनों कंपनियों ने स्पष्ट किया कि कॉन्ट्रैक्ट पर यह फैसला साइबर हमले से पहले लिया गया था और यह रेगुलर रिन्यूएल प्रोसेस का हिस्सा था।

क्या था रिपोर्ट में?

टीसीएस का यह स्पष्टीकरण द टेलीग्राफ की उस रिपोर्ट के बाद आया है, जिसमें जिक्र है कि एमएंडएस ने टीसीएस के साथ अपने $100 करोड़ डॉलर के टेक्निकल हेल्पडेस्क कॉन्ट्रैक्ट को रिन्यू नहीं करने का फैसला किया है। रिपोर्ट के दावे के मुताबिक एमएंडएस ने यह फैसला एक साइबर हमले के चलते किया है। इस साइबर हमले में करीब $30 करोड़ पाउंड का नुकसान हुआ था।

एक साल में कैसी रही शेयरों की स्थिति?

टीसीएस के शेयर पिछले साल 10 दिसंबर 2024 को ₹4494.00 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई है। इस हाई से यह दस महीने में 36.19% फिसलकर 1 अक्टूबर 2025 को ₹2867.55 पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है।

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