Textile Stocks : आज टेक्सटाइल कंपनियां बाजार के फोकस में हैं। दरअसल बांग्लादेशी टेक्सटाइल का भारत में आना मुश्किल हो गया है। भारत ने लैंड पोर्ट से बांग्लादेशी टेक्सटाइल के इंपोर्टपर प्रतिबंध लगा दिया है। बांग्लादेश के भारत विरोधी रुख को देखते हुए बांग्लादेशी टेक्सटाइल पर भारत का रुख सख्त हो गया है। भारत ने शनिवार को बांग्लादेश के साथ ट्रेड नियम बदल दिए हैं। नार्थ ईस्ट के लैंड पोर्ट से होने वाले बांग्लादेशी टेक्सटाइल के इंपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बांग्लादेश से रेडीमेड गारमेंट का इंपोर्ट सिर्फ 2 पोर्ट से होगा। बाकी सभी लैंड पोर्ट से बांग्लादेशी टेक्सटाइल माल की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। इस रोक से बांग्लादेश का 42 फीसदी यानि 77 करोड़ डॉलर का इंपोर्ट रुकेगा।
Make In India को मिलेगा बढ़ावा
इससे टेक्सटाइल कंपनियों के लिए 1,000 करोड़ रुपए का मौका होगा। सरकार के इस कदम से पंजाब, गुजरात, तमिलनाडु की कंपनियों को फायदा होगा। भारतीय टेक्सटाइल कंपनियों के लिए बांग्लादेशी प्रतिस्पर्धा कम होगी। इससे घरेलू टेक्सटाइल कंपनियों को बड़ा बूस्ट मिलेगा।
किन कंपनियों को बड़ा फायदा
सरकार के इस फैसले से K.P.R. Mill को फायदा होगा। बांग्लादेश की RMG से इसका सीधा मुकाबला है। इसके साथ ही पेज इंडस्ट्रीज को भी फायदा होगा। कंपनी इनरवियर और निटवियर में है। बांग्लादेश से इनका इंपोर्ट रुकेगा। इससे पेज इंडस्ट्रीज को फायदा होगा। लो-कॉस्ट इंपोर्ट कॉम्पिटिशन से कंपनी का मार्केट शेयर बढ़ेगा
वेलस्पन इंडिया को भी सरकार के इस फैसले से फायदा होगा। वेलस्पन इंडिया होम टेक्सटाइल के कारोबार में है। इस प्रोडक्ट के इंपोर्ट पर भी रोक लगा दी गई है। बांग्लादेशी टेक्सटाइल के इंपोर्ट पर नकेल से घरेलू ऑर्डर बढ़ सकते हैं और मार्जिन सुधर सकते हैं।
बांग्लादेशी टेक्सटाइल के इंपोर्ट पर नकेल कसने से वर्धमान टेक्सटाइल्स & ट्राइडेंट को भी फायदा होग। ये कंपनी फैब्रिक और यार्न के कारोबार में है। बांग्लादेश से इंपोर्ट रुकने से कंपनी की घरेलू डिमांड बढ़ेगी।
सरकार के इस फैसले से ABFRL को नुकसान हो सकता है। इससे कंपनी एक्सपोर्ट पर असर होगा। ABFRL बांग्लादेश से सस्ते फैब्रिक मंगाकर टेक्सटाइल बनाती है।