Trade setup for today : निफ्टी के 23500 से नीचे बने रहने पर 23200 तक बढ़ सकती है गिरावट, इन आंकड़ों पर रखें नजर
Nifty Trade setup : अगर निफ्टी 50 इंडेक्स मंदी की भावना और लोअर हाईज और लोअर लोज फॉर्मेशन के चलते 23,500 से नीचे बना रहता है, तो यह गिरावट 23,200 तक बढ़ सकती है जो इसके 50-वीक के ईएमए के साथ मेल खाती है। बाजार जानकारों का कहना है कि ऊपर की ओर 23,600-23,700 की रेंज एक रजिस्टेंस जोन के रूप में कार्य कर सकती है
Trade Setup : गिरावट के एक दिन बाद वोलैटिलिटी बढ़ी और हाई लेवल पर बनी रही जो तेजड़ियों के लिए सावधानी बनाए रखने का संकेत है। फीयर इंडेक्स इंडिया VIX 14.78 के स्तर से 2.66 फीसदी बढ़कर 15.17 पर पहुंच गया
Market Trade setup: कल बाजार लगातार सात दिनों तक दबाव में रहा। 18 नवंबर को निफ्टी 0.33 फीसदी की गिरावट के साथ 23,500 और 200-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (डीईएमए) से नीचे गिर गया। अगर निफ्टी 50 इंडेक्स मंदी की भावना और लोअर हाईज और लोअर लोज फॉर्मेशन के चलते 23,500 से नीचे बना रहता है, तो यह गिरावट 23,200 तक बढ़ सकती है जो इसके 50-वीक के ईएमए के साथ मेल खाती है। बाजार जानकारों का कहना है कि ऊपर की ओर 23,600-23,700 की रेंज एक रजिस्टेंस जोन के रूप में कार्य कर सकती है। जब तक निफ्टी ऊपर चढ़कर सभी अहम मूविंग एवरेज से ऊपर नहीं जाता तब तक बाजार की पकड़ मंदड़ियों के हाथ में ही रहेगी।
यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 23,372, 23,312 और 23,214
पिवट प्वांइट पर आधारित रजिस्टेंस : 23,568, 23,629 और 23,727
बैंक निफ्टी
पिवट पॉइंट्स पर आधारित रजिस्टेंस: 50,437, 50,524, और 50,666
पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट: 50,153, 50,065, और 49,923
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रजिस्टेंस: 50,983, 51,643
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट: 49,274, 47,866
निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
वीकली बेसिस पर 24,000 की स्ट्राइक पर 63.19 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
52,000 की स्ट्राइक पर 19.4 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
बैंक निफ्टी में 52,000 की स्ट्राइक पर 19.4 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
49,500 की स्ट्राइक पर 19.13 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो
इंडिया VIX
गिरावट के एक दिन बाद वोलैटिलिटी बढ़ी और हाई लेवल पर बनी रही जो तेजड़ियों के लिए सावधानी बनाए रखने का संकेत है। फीयर इंडेक्स इंडिया VIX 14.78 के स्तर से 2.66 फीसदी बढ़कर 15.17 पर पहुंच गया।
हाई डिलिवरी ट्रेड
यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें डिलीवरी ट्रेड का सबसे बड़ा हिस्सा देखने को मिला। डिलीवरी का बड़ा हिस्सा स्टॉक में निवेशको (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।
38 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 38 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला।
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 44 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।
45 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 45 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।
54 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 54 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।
पुट कॉल रेशियो
बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 18 नवंबर को गिरकर 0.85 पर रहा जो पिछले कारोबारी दिन 0.88 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक
F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।
एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल स्टॉक: कोई नहीं।
एफएंडओ प्रतिबंध में पहले से शामिल स्टॉक: आरती इंडस्ट्रीज, आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल, जीएनएफसी, ग्रैन्यूल्स इंडिया, हिंदुस्तान कॉपर
एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: कोई नहीं
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