Trade setup for today : आने वाले सत्रों में बढ़ सकती है गिरावट, 25700 का स्तर टूटने पर 25500 तक फिसल सकता है निफ्टी
Trade setup for today : बाजार जानकारों का मानना है कि आने वाले सत्रों में निफ्टी 50 में गिरावट जारी रह सकती है। अगर इंडेक्स नीचे की तरफ 25,700 के स्तर को तोड़ता है, तो फिर इसमें 25,500 तक की गिरावट देखने को मिल सकती है
Trade Setup : बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 1 अक्टूबर को गिरकर 0.83 पर रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 0.84 के स्तर पर था
Market Trade setup : बाजार में उतार-चढ़ाव भरे करोबारी सत्र के बीच गिरावट जारी रही, निफ्टी 50 इंडेक्स 14 अंकों की गिरावट के साथ 1 अक्टूबर को 25,797 पर बंद हुआ। बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट का रुख जारी रहा था। मोमेंटम इंडीकेटरों में निगेटिव क्रॉसओवर और लोअर हाई और लोअर लो के गठन को देखते हुए मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इंडेक्स में आगामी सत्रों में कमजोरी कायम रह सकती। अगर निफ्टी निर्णायक रूप से 25700 को तोड़ता है, तो फिर इसमें 25,500 से नीचे का स्तर देखने को मिल सकता है। वहीं किसीा तेजी की स्थिति में 25,900-26,000 पर नजर बनाए रखने की जरूरत है।
यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 25,750, 25,710 और 25,646
पिवट प्वांइट पर आधारित रजिस्टेंस : 25,879, 25,919 और 25,983
बैंक निफ्टी
पिवट पॉइंट्स पर आधारित रजिस्टेंस : 53,151, 53,250, और 53,409
पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट : 52,832, 52,734, और 52,574
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रजिस्टेंस : 53,204, 53,446
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट : 52,413, 51,929
निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
वीकली बेसिस पर 26,000 की स्ट्राइक पर 1.07 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
25,000 की स्ट्राइक पर 77.74 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
बैंक निफ्टी में 53,000 की स्ट्राइक पर 78.22 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
52,900 की स्ट्राइक पर 91.62 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो
इंडिया VIX
पिछले कारोबारी सत्र में तेज बढ़त के बाद वोलैटिलिटी में तेजी से गिरावट आई और यह निचले स्तरों पर बनी रही। यह तेजड़ियों के लिए अनुकूल स्थिति है। फीयर इंडेक्स इंडिया VIX 12.79 के स्तर से 6.26 फीसदी गिरकर 11.99 पर आ गया।
हाई डिलिवरी ट्रेड
यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें डिलीवरी ट्रेड का सबसे बड़ा हिस्सा देखने को मिला। डिलीवरी का बड़ा हिस्सा स्टॉक में निवेशको (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।
50 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 50 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला।
26 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 26 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।
59 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 59 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।
50 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 50 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।
पुट कॉल रेशियो
बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 1 अक्टूबर को गिरकर 0.83 पर रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 0.84 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक
F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।
एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल स्टॉक: बिरलासॉफ्ट
एफएंडओ प्रतिबंध में बरकरार स्टॉक: बंधन बैंक, हिंदुस्तान कॉपर, आरबीएल बैंक
एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: बलरामपुर चीनी मिल्स
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