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Vedanta Resources ने बॉन्ड के जरिए जुटाए 50 करोड़ डॉलर, चढ़ सकता है वेदांता लिमिटेड का शेयर

Vedanta Resources के डेट पोर्टफोलियो की एवरेज मैच्योरिटी अब 4 साल से ज्यादा है। कंपनी ने भारत और विश्व के दिग्गज बैंकों के एक समूह के साथ 50 करोड़ डॉलर की टर्म लोन सुविधा के लिए समझौता किया है। वेदांता लिमिटेड का डीमर्जर तय योजना के अनुसार आगे बढ़ रहा है

अपडेटेड Oct 26, 2025 पर 3:17 PM
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Vedanta Resources, भारत में लिस्टेड वेदांता लिमिटेड की पेरेंट कंपनी है।

अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड (VRL) ने अक्टूबर में बॉन्ड के जरिए 50 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। इन पैसों का इस्तेमाल निकट अवधि की देनदारियों को चुकाने में किया जाएगा। वेदांता रिसोर्सेज, भारत में लिस्टेड वेदांता लिमिटेड की पेरेंट कंपनी है। नए अपडेट के बाद सोमवार को वेदांता लिमिटेड के शेयरों में तेजी आ सकती है। वेदांता रिसोर्सेज ने वित्त वर्ष 2021-22 से अपने कर्ज को 4 अरब डॉलर से अधिक घटा लिया है। कुल ग्रॉस डेट वित्त वर्ष 2021-22 में 9.1 अरब डॉलर था। यह जून, 2025 तक घटकर 4.8 अरब डॉलर रह गया।

कंपनी ने बॉन्डहोल्डर्स को लिखे लेटर में कहा है कि उसके डेट पोर्टफोलियो की एवरेज मैच्योरिटी अब 4 साल से ज्यादा है। कंपनी अपनी वेटेड एवरेज ब्याज लागत को घटाकर सिंगल डिजिट में ले आई है। कंपनी ने कहा कि उसने 55 करोड़ डॉलर की प्राइवेट क्रेडिट फैसिलिटी सहित निकट अवधि के दायित्वों को पूरा करने के लिए 50 करोड़ डॉलर के बॉन्ड जारी किए हैं।

50 करोड़ डॉलर की टर्म लोन सुविधा के लिए समझौता


वेदांता रिसोर्सेज ने भारत और विश्व के दिग्गज बैंकों के एक समूह के साथ 50 करोड़ डॉलर की टर्म लोन सुविधा के लिए समझौता किया है। कंपनी के पास 68.2 करोड़ डॉलर के इस्तेमाल न हुए बैलेंस के साथ एक लॉन्ग टर्म लोन फैसिलिटी है। वेदांता के मुख्य कारोबार- जिंक, ऑयल और गैस, एल्युमीनियम और बिजली मजबूत एबिटा और कैश फ्लो जनरेट कर रहे हैं। वैश्विक व्यापार में अड़चनों के बावजूद कमोडिटी की कीमतें रिजीलिएंट बनी हुई हैं, जिससे प्रॉफिटेबिलिटी को सपोर्ट मिल रहा है।

तय प्लान के मुताबिक आगे बढ़ रहा है Vedanta का डीमर्जर

वेदांता रिसोर्सेज का कहना है कि वेदांता लिमिटेड का डीमर्जर तय योजना के अनुसार आगे बढ़ रहा है। कंपनी अपने डीमर्जर के लिए डेडलाइन को मार्च 2026 के आखिर तक बढ़ा चुकी है क्योंकि कुछ जरूरी मंजूरियां अभी भी पेंडिंग हैं। इससे पहले डेडलाइन 31 मार्च, 2025 से बढ़ाकर 30 सितंबर 2025 कर दी गई थी। वेदांता ने पहले कहा था कि डीमर्जर के बाद उसके मौजूदा कारोबारों को 6 स्वतंत्र कंपनियों- वेदांता एल्यूमीनियम, वेदांता ऑयल एंड गैस, वेदांता पावर, वेदांता स्टील एंड फेरस मैटेरियल्स, वेदांता बेस मेटल्स और वेदांता लिमिटेड में बांटा जाएगा। हालांकि, बाद में कंपनी ने प्लान में बदलाव किया और बेस मेटल अंडरटेकिंग को पेरेंट कंपनी के अंदर ही रखने का फैसला किया। वेदांता लिमिटेड की पेरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेज की सीईओ देशनी नायडू उम्मीद जता चुकी हैं कि वेदांता लिमिटेड का डीमर्जर चालू वित्त वर्ष 2025-26 में पूरा हो जाएगा।

वेदांता लिमिटेड का शेयर शुक्रवार, 24 अक्टूबर को BSE पर 495.70 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 1.93 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। शेयर 2 साल में 130 प्रतिशत और एक महीनें में 10 प्रतिशत मजबूत हुआ है। कंपनी में सितंबर 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 56.38 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।

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