संकटों से जूझ रही टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) अब एक सरकारी कंपनी बनने के करीब है। सरकार ने कंपनी के स्पेक्ट्रम बकाया को इक्विटी शेयर में बदलने पर सहमति जता दी है। इसके चलते भारत सरकार अब कंपनी की सबसे बड़ी शेयरधारक बन जाएगी। इस फैसले के बाद मंगलवार 1 अप्रैल को कंपनी के शेयरों में 20% की भारी उछाल देखी गई थी। स्पेक्ट्रम बकाया को इक्विटी शेयर में बदलने के बाद, वोडाफोन आइडिया में सरकार की हिस्सेदारी बढ़कर 48.99% हो जाएगी, जो कि अभी 22.6% है।
Vodafone Idea ने बताया कि वह 10 रुपये प्रति शेयर की दर से सरकार को शेयर जारी करेगी, जो इसके पिछले शुक्रवार के बंद भाव से 47% के प्रीमियम पर है। इस फैसले के बाद कंपनी को अगले तीन सालों तक कैश फ्लो के मोर्चे पर भारी राहत मिलने की उम्मीद है।
छोटे निवेशकों पर क्या होगा असर?
वोडाफोन आइडिया ने अभी FY25 की मार्च तिमाही के शेयरहोल्डिंग आंकड़े जारी नहीं किए हैं। इसके बाद ही यह पता चलेगा कि इनमें कितने छोटे निवेशक शेयर होल्ड कर रहे हैं या बिकवाली कर चुके हैं और कितने नए छोटे निवेशकों ने शेयर खरीदे हैं।
कंपनी में घरेलू म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी दिसंबर 2024 तक बढ़कर 3.66% हो गई, जो मार्च 2024 में 2.06% थी।
ब्रोकरेज फर्म Citi के एनालिस्ट सौरभ हांडा ने सरकार के इस कदम को "मजबूत समर्थन का संकेत" बताया है। उनके अनुसार, यह कदम वोडाफोन आइडिया को अगले तीन सालों में कैश फ्लो के मोर्चे पर बड़ा राहत देगा, जिससे कंपनी को बैंक लोन जुटाने में मदद मिलेगी।
ब्रोकरेज ने कहा कि इससे कंपनी के नेट डेट (कुल कर्ज) में 18% की कमी आएगी। स्पेक्ट्रम बकाया FY26/27/28 के लिए ₹110/250/250 अरब से घटकर ₹5/50/150 अरब रह जाएगा। वहीं तीन सालों में 400 अरब रुपये की नकदी राहत मिलेगी।
हालांकि, Vodafone Idea को AGR बकाया चुकाने के लिए हर साल 16,500 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा, जो स्पेक्ट्रम के इक्विटी में कनवर्जन से कवर नहीं होता। Motilal Oswal का मानना है कि कंपनी की कैश फ्लो अभी भी कैपिटल एक्सपेंडिचर (Capex) और AGR भुगतान को पूरी तरह से कवर नहीं कर पा रही है।
Nomura का मानना है कि FY26 में वोडाफोन आइडिया के यूजर्स की संख्या में जारी गिरावट धीमी होगी और FY27 में इसमें मामूली बढ़ोतरी संभव है। लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कंपनी अपने कर्ज को रिस्ट्रक्चर में सफल होती है या नहीं।
ब्रोकरेज फर्म्स के रेटिंग्स और टारगेट प्राइस
वोडाफोन आइडिया का शेयर अभी भी अपने 11 रुपये के FPO प्राइस से काफी नीचे ट्रेड कर रहा है। वहीं साल 2024 में बनाए अपने 19.18 के उच्चतम स्तर से यह शेयर अभी भी 60% नीचे है।
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