Vodafone Idea Shares: वोडाफोन आइडिया के शेयर आज 14 अगस्त को 3 फीसदी से अधिक की गिरावट आई और शेयर का भाव अपने पिछले एक साल के नए निचले स्तर 6.12 रुपये पर पहुंच गया। यह गिरावट ऐसे समय में आई है, जब कंपनी आज अपनी जून तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी करने वाली है। नतीजों से पहले पिछले सात में से छह कारोबारी दिन इस टेलीकॉम शेयर में गिरावट देखने को मिली है।
वोडाफोन आइडिया पिछले काफी समय से नकदी संकट से जूझ रही है। कंपनी के ऊपर काफी कर्ज है। टेलीकॉम कंपनी ने इससे पहले जून तिमाही में 7,166 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था। यह इसके पहले दिसंबर तिमाही में हुए 6,609 करोड़ के रुपये के घाटे से भी अधिक था।
वोडाफोन आइडिया का मार्च तिमाही में एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) 164 रुपये रहा, जो दिसंबर तिमाही के 163 रुपये से मामूली ज्यादा है। लेकिन यह अभी भी भारती एयरटेल के 250 रुपये और रिलायंस जियो के 208.8 रुपये से काफी पीछे है। इस बीच कंपनी के सब्सक्राइबर की संख्या में लगातार गिरावट जारी है। जून महीने में भी कंपनी ने अपने सब्सक्राइबर्स खोए हैं।
मार्च तिमाही के नतीजों के दौरान, कंपनी के मैनेजमेंट ने बताया था कि उसकी 5G रोलआउट की तैयारी अच्छी प्रगति पर है और इसे 17 राज्यों में लॉन्च किया जाएगा।
वोडाफोन आइडिया ने अप्रैल में सरकार के 36,950 करोड़ रुपये के बकाये को इक्विटी में बदला था, जिसके चलते सरकार की कंपनी में हिस्सेदारी 22% से बढ़कर 48.99% हो गई। इसके साथ ही सरकार अब वोडाफोन आइडिया की सबसे बड़ी एकल शेयरधारक बन गई, हालांकि उसे प्रमोटर के रूप में क्लासिफाई नहीं किया गया है।
इस बीच, टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2 जुलाई को CNBC-TV18 के साथ एख बातचीत में कहा कि सरकार की हिस्सेदारी वोडाफोन आइडिया में मौजूदा 49% से ज्यादा नहीं होगी।
दोपहर 12.30 बजे के करीब, वोडाफोन आइडिया के शेयर एनएसई पर 2.7% की गिरावट के साथ 6.19 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। बीते एक महीने में यह स्टॉक 20% तक टूट चुका है। वहीं पिछले एक साल में इसमें 61 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।
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