Vodafone Idea Stock Price: टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया के शेयर में 23 सितंबर को लगभग 7 प्रतिशत तक की तेजी दिखी। BSE पर कीमत उछलकर 8.97 रुपये के हाई तक गई। कारोबार बंद होने पर शेयर 4 प्रतिशत बढ़त के साथ 8.73 रुपये पर सेटल हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 94500 करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुका है। शेयर में खरीद बढ़ने के पीछे कोई खास वजह सामने नहीं आई है। पिछले 4 कारोबारी सत्रों में यह तीसरी बार है, जब शेयर में तेजी आई है।
वोडाफोन आइडिया का शेयर 3 महीनों में 33 प्रतिशत मजबूत हुआ है। पिछले 2 सप्ताह में इसने 20 प्रतिशत और एक सप्ताह में लगभग 10 प्रतिशत की तेजी देखी है। कंपनी में जून 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 25.57 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है।
ब्रोकरेज की VIL शेयर को लेकर राय
वोडाफोन आइडिया के शेयर पर कवरेज करने वाले 22 एनालिस्ट्स में से केवल 4 ने "बाय" रेटिंग दी है। 6 ने "होल्ड" और 12 ने "सेल" रेटिंग दी है। हाल ही में ब्रोकरेज फर्म सिटी ने वोडाफोन आइडिया के शेयर को "हाई रिस्क बाय" करार दिया है। प्राइस टारगेट 10 रुपये रखा है। यह सोमवार, 22 सितंबर को शेयर के बंद भाव से 19 प्रतिशत ज्यादा है। ब्रोकरेज ने अपने नोट में लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट ने वोडाफोन आइडिया की नई एजीआर याचिका को मंजूर कर लिया है और सरकार ने भी अपना सपोर्ट जताया है। इससे कंपनी को राहत मिलने की संभावना बढ़ गई है। सरकार के पास अब वोडाफोन आइडिया में लगभग 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट वोडाफोन आइडिया लिमिटेड की नई याचिका पर सुनवाई के लिए सहमत हो गया। याचिका में 2016-17 तक के लिए अतिरिक्त एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) मांगों को रद्द करने की अपील की गई है। कोर्ट 26 सितंबर को मामले की सुनवाई करेगा। चीफ जस्टिस बी आर गवई, जस्टिस के विनोद चंद्रन और जस्टिस एन वी अंजारिया की पीठ दूरसंचार विभाग (डॉट) द्वारा वित्त वर्ष 2016-17 से संबंधित 5,606 करोड़ रुपये की नई मांग के खिलाफ वोडाफोन आइडिया की नई याचिका पर सुनवाई कर रही थी।
कंपनी ने कहा कि 2019 के एजीआर फैसले से बकाया राशि पहले ही तय हो चुकी है और इसे फिर से नहीं खोला जा सकता। वोडाफोन आइडिया ने तर्क दिया है कि एजीआर डिमांड अमाउंट को अंतिम माना जाना चाहिए। अगर इसमें कोई बदलाव होता है, तो वित्त वर्ष 2017 तक की पूरी राशि का रीअसेसमेंट और मिलान किया जाना चाहिए। सरकार ने भी संकेत दिया है कि एक समाधान जरूरी है और इस पर कोई अंतिम निर्णय होना चाहिए।
वोडाफोन आइडिया को अप्रैल-जून 2025 तिमाही में 6,608 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का घाटा 6432 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि, तिमाही आधार पर कंपनी का घाटा कम हो गया। जून 2025 तिमाही में वोडाफोन आइडिया का ऑपरेशंस से रेवेन्यू सालाना आधार पर 5% बढ़कर 11,022.5 करोड़ रुपये हो गया। प्रति ग्राहक औसत रेवेन्यू (ARPU) जून 2025 तिमाही में 177 रुपये रहा, जो एक साल पहले 154 रुपये था। यह 15% की सालाना वृद्धि है। Vodafone Idea का बैंक कर्ज 30 जून 2025 तक घटकर 1,930 करोड़ रुपये पर आ गया।
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