Indigo Share Price: बाजार में हिस्सेदारी के हिसाब से देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation) के शेयरों में पिछले कुछ दिनों से अच्छी खरीदारी दिख रही है। इंडिगो (Indigo) की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयर इस साल मार्च के निचले स्तर से 30 फीसदी से अधिक उछल चुके हैं। एनालिस्ट्स का मानना है कि इसमें अभी और तेजी का रुझान बाकी है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक इसे 21 बाय, 3 होल्ड और 2 सेल कॉल मिली है। इसका टारगेट प्राइस 2700 रुपये है और फिलहाल यह 2411.05 रुपये पर है। यह बीएसई पर सोमवार 12 जून का बंद भाव है। अब सवाल ये उठता है कि गंगवाल परिवार इसमें अपनी हिस्सेदारी लगातार कम कर रहा है तो क्या शेयरों की तेजी कायम रहेगी?
इंडिगो शेयर प्राइस: शेयरों को किस बात से मिल रहा सपोर्ट
इंडिगो के को-फाउंडर्स राकेश गंगवाल और राहुल भाटिया के बीच कंपनी के ग्रोथ की स्ट्रैटजी और अपने हिस्से के शेयर बेचने पर अलग-अलग रुझान के चलते विवाद बढ़ा। इसके बाद राकेश ने फरवरी में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से इस्तीफा दे दिया और अगले पांच साल में अपनी हिस्सेदारी धीरे-धीरे घटाने की बात कही। राकेश गंगवाल और उनका परिवार 15 जुलाई तक इसमें 5-8 फीसदी हिस्सेदारी और बेच सकता है। मार्च तिमाही के आंकड़ों के मुताबिक राकेश गंगवाल की इसमें 13.23 फीसदी और शोभा गंगवाल की 2.99 फीसदी हिस्सेदारी है यानी गंगवाल परिवार की 16.22 फीसदी हिस्सेदारी है। दिसंबर तिमाही में राकेश की इंडिगो में 13.24 फीसदी और शोभा की 7.04% हिस्सेदारी थी।
प्रमोटर हिस्सेदारी कम होने के बावजूद कच्चे तेल के स्थायी भाव के साथ-साथ गोएयर और स्पाइसजेट की दिक्कतों ने इंडिगो के लिए माहौल पॉजिटिव किया है। हवाई ईंधन की कीमतों को लेकर बेहतर आउटलुक, हेल्दी ट्रैफिक और विदेशी उड़ानों के बढ़ते रुझान के चलते एनालिस्ट्स इसे लेकर पॉजिटिव हैं। म्यूचुअल फंड्स ने भी इसमें अपनी हिस्सेदारी जनवरी-मार्च 2023 में तिमाही आधार पर 6.23 फीसदी से बढ़ाकर 8.58 फीसदी कर ली है।
GoAir और SpiceJet का क्या है मामला
गोएयर और स्पाइसजेट दोनों ही इनसॉल्वेंसी प्रक्रिया से जूझ रही हैं। इसका सीधा फायदा इंडिगो को मिल रहा है। विमान नियामक डीजीसीए के आंकड़ों के मुताबिक इंडिगो का मार्केट शेयर मार्च में 56.8 फीसदी से बढ़कर अप्रैल में 57.5 फीसदी पर पहुंच गया। वहीं स्पाइसजेट का मार्केट शेयर इस दौरान 6.9 फीसदी से घटकर 6.4 फीसदी और गोएयर की हिस्सेदारी 6.4 फीसदी से घटकर 5.8 फीसदी पर आ गई ।
Indigo को लेकर ब्रोकरेज का क्या है रुझान
गोएयर और स्पाइसजेट की दिक्कतों ने इंडिगो के लिए माहौल पॉजिटिव किया है। ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के मुताबिक एयर ट्रैफिक जिस तेजी से बढ़ रहा है, उससे हवाई किराए को सपोर्ट मिलेगा। वित्त वर्ष 2023 में घरेलू ट्रैफिक करीब 13.60 करोड़ था जो सालाना आधार पर 60 फीसदी से अधिक उछला और वित्त वर्ष 2020 में 14.15 करोड़ के मुकाबले महज 4 फीसदी ही कम रहा। ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए के मुताबिक मजबूत मांग से इंडिगो को सपोर्ट मिलेगा। हाल ही में कंपनी ने जुलाई या अगस्त के शुरुआत से विदेश के छह स्थानों पर उड़ानें शुरू करने का ऐलान किया था जिससे इसके कारोबार को सपोर्ट मिलेगा।
आशिका ग्रुप के टेक्निकल और डेरिवेटिव्स एनालिस्ट के मुताबिक अगर यह 2280-2260 रुपये के लेवल को बनाए रखता है तो यह 2450-2500 की रेंज में पहुंच सकता है। जेमस्टोन इक्विटी रिसर्च के मिलन वैष्णव के मुताबिक निवेशकों को कुछ प्रॉफिट अभी बुक कर लेना चाहिए और बाकी निवेशक 2300 रुपये के स्टॉप लॉस पर बनाए रखना चाहिए। वैष्णव के मुताबिक इसमें 2500 रुपये के ऊपर ही फिर से एंट्री की जा सकती है।
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