Share Market Crash: भारतीय शेयर बाजारों में आज 18 जुलाई को तेज गिरावट देखने को मिली। कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और ग्लोबल बाजारों से कमजोर संकेतों ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। बीएसई सेंसेक्स दिन के कारोबार में 630 अंक टूट गया। वहीं निफ्टी एक समय फिसलकर 24,925 के स्तर तक पहुंच गया था। हालांकि कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 501.52 अंक या 0.61 फीसदी टूटकर 81,757.73 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 143.05 अंक या 0.57 फीसदी लुढ़ककर 24,968.40 के स्तर पर आ गया। सबसे अधिक गिरावट बैंकिंग, फाइनेंशियल, इंडस्ट्रियल्स और कैपिटल गुड्स कंपनियों के शेयरों में देखने को मिली।
शेयर बाजार में आज की इस गिरावट के पीछे 4 बड़े कारण रहे-
1. Axis Bank के कमजोर नतीजे
HDFC सिक्योरिटीज के देवर्ष वकील ने बताया, “Axis Bank के नतीजे उम्मीद से नीचे रहे हैं। इसके GDR में भी 4.8% की गिरावट दर्ज की गई है, जो एसेट क्वालिटी के कमजोर होने का संकेत है।” एक्सिस बैंक के अलावा SBI लाइफ, श्रीराम फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक और HDFC लाइफ के शेयरों में भी 2–4% तक की गिरावट आई।
विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) जुलाई में अब तक 3,694.31 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। इससे पहले की तिमाही में वे खरीदार थे, लेकिन जुलाई में उन्होंने एक बार फिर से बिकवाली का रुख अपना लिया है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज चीफ मार्केट स्ट्रैटजिस्ट्स वीके विजयकुमार का कहना है, “जुलाई में भारत ने ग्लोबल बाजारों के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन किया है। FIIs की बिकवाली इसका प्रमुख कारण है।”
एशियाई बाजारों में भी शुक्रवार को कमजोरी दिखी। जापान और साउथ कोरिया के प्रमुख इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे, जिसका असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा।
बाजार की अस्थिरता को मापने वाला इंडेक्स India VIX करीब 4% बढ़कर 11.62 पर पहुंच गया, जो यह दिखाता है कि निवेशकों में डर और अनिश्चितता बढ़ रही है।
एक्सपर्ट्स का क्या है कहना
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटजिस्ट आनंद जेम्स ने बताया कि निफ्टी की गिरावट ने इसे 25,120–25,090 के सपोर्ट जोन की ओर खींच लिया है। उन्होंने कहा, “अगर निफ्टी सीधे 24,920 से नीचे फिसलता है, तो और गिरावट की संभावना बढ़ जाएगी। वहीं ऊपर की तरफ 25,150–25,265 का स्तर एक मजबूत रेजिस्टेंस का काम करेगा।”
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