Wipro Share Buyback : आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो ने हाल ही में 12000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक का ऐलान किया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स के लिए मुनाफा कमाने का यह अच्छा मौका है। देश के तीसरे सबसे बड़े सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर का बायबैक इश्यू जून के अंत में खुलने की संभावना है। कंपनी अपने निवेशकों से 445 रुपये के भाव पर शेयर खरीदेगी। कंपनी के बोर्ड ने 26.96 करोड़ इक्विटी शेयरों को ओपन मार्केट से खरीदने का फैसला किया है, जो कि इक्विटी शेयरों की कुल संख्या के 4.91 फीसदी के बराबर है।
इश्यू का 15 फीसदी हिस्सा 2 लाख रुपये से कम की होल्डिंग वाले रिटेल शेयरहोल्डर्स के लिए रिजर्व रहेगा। शेयरहोल्डिंग के आंकड़ों के आधार पर मार्केट एनालिस्ट को रिटेल कैटेगरी में करीब 40 फीसदी और नॉन-रिटेल कैटेगरी में 15 फीसदी तक एक्सेप्टेंस रेश्यो की उम्मीद है। IIFL सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट बताती है कि रिटेल एक्सेप्टेंस लगभग 40 फीसदी (4.04 करोड़ शेयर) होने की संभावना है, जबकि जनरल एक्सेप्टेंस 4.2 फीसदी (22.92 करोड़ शेयर) देखी जा सकती है। इसमें आगे कहा गया है कि कंपनी के प्रमोटर और प्रमोटर ग्रुप के सदस्यों ने प्रस्तावित बायबैक में भाग लेने का संकेत दिया है।
रिकॉर्ड डेट की घोषणा जल्द
बता दें कि कंपनी ने अभी तक रिकॉर्ड डेट, टाइमलाइन और अन्य डिटेल की घोषणा नहीं की है। अभी विप्रो वर्तमान में बायबैक के लिए अप्रुवल प्राप्त करने के लिए शेयरधारकों की ई-वोटिंग कर रही है। नतीजे 3 जून को घोषित किए जाएंगे, जिसके बाद कंपनी बायबैक ऑफर की टाइमलाइन जारी करेगी। यस सिक्टोरिटीज ने कहा कि शेयर बायबैक पूरा करने के बाद उसके पास करीब 1.5 अरब डॉलर की नकदी होगी। बता दें कि यस सिक्योरिटीज ने इस स्टॉक को 413 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ Neutral रेटिंग दी है।
क्या है एक्सपर्ट्स की राय
ICICI सिक्योरिटीज के एनालिस्ट्स का मानना है कि 2020 में पिछले बायबैक ऑफर में छोटे निवेशकों के लिए लगभग 100 फीसदी एक्सेप्टेंस रेश्यो को देखते हुए शेयर बायबैक में यह 60 फीसदी या उससे अधिक हो सकता है। ICICI सिक्योरिटीज ने एक नोट में कहा, "यह एक हाई रिस्क ट्रेड है जिसमें एक्सेप्टेंस रेश्यो लगातार बदलता रहता है। हम 60 फीसदी एक्सेप्टेंस रेश्यो के आधार पर 290 रुपये प्रति शेयर के ब्रेक इवन प्राइस की उम्मीद कर रहे हैं।"
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने भी ग्राहकों को विप्रो को मौजूदा बाजार मूल्य पर खरीदने और ऑफर अवधि में 445 रुपये पर बेचने की सिफारिश की है। ब्रोकरेज ने कहा, 'हमें बड़े शेयरहोल्डर्स द्वारा 25-50 फीसदी टेंडरिंग पर विचार करते हुए एक्सेप्टेंस रेश्यो 10-15 फीसदी (नॉन-रिटेल) के बीच रहने की उम्मीद है।' बता दें कि विप्रो का पिछला बायबैक 9,500 करोड़ रुपये का था और इसे 29 दिसंबर, 2020 से 11 जनवरी, 2021 के बीच किया गया था।