ब्रोकरेज फर्म UBS को जोमैटो की पेरेंट कंपनी एटर्नल और स्विगी के शेयरों में अभी भी अच्छी गुंजाइश दिख रही है। ब्रोकरेज ने दोनों स्टॉक्स के लिए टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है। UBS का कहना है कि कड़े कॉम्पिटीशन के बावजूद एटर्नल और स्विगी, क्विक कॉमर्स में आ रहे बूम से फायदा उठा रहे हैं।
UBS ने एटर्नल के शेयर के लिए टारगेट प्राइस बढ़ाकर 400 रुपये प्रति शेयर कर दिया है। यह मौजूदा स्तरों से 23% की संभावित बढ़त दर्शाता है। वहीं स्विगी के लिए टारगेट प्राइस बढ़ाकर 580 रुपये प्रति शेयर कर दिया है। यह वर्तमान भाव से 37% ज्यादा है।
UBS ने वित्त वर्ष 2027-2030 की अवधि के लिए एटर्नल और स्विगी के क्विक कॉमर्स ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू एस्टिमेट में 15-30% की बढ़ोतरी की है। इसी अवधि के लिए सेगमेंट के EBITDA में भी 15%-40% की वृद्धि की है।
स्विगी के शेयरों में 30 सितंबर को तेजी है। शेयर बीएसई पर दिन में पिछले बंद भाव से 2.3 प्रतिशत तक चढ़कर 426.05 रुपये के हाई तक गया। कारोबार बंद होने पर शेयर लगभग 1.4 प्रतिशत बढ़त के साथ 422 रुपये पर सेटल हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है।
एटर्नल के शेयरों में भी तेजी है। दिन में बीएसई पर शेयर पिछले बंद भाव से लगभग 1 प्रतिशत तक चढ़कर 328 रुपये के हाई तक गया। कारोबार बंद होने पर शेयर 0.20 प्रतिशत बढ़त के साथ 325.50 रुपये पर सेटल हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 3.1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है।
एटर्नल के शेयरों पर कवरेज करने वाले एनालिस्ट्स में से 29 ने इसे 'बाय' रेटिंग दी है। वहीं 4 ने 'सेल' रेटिंग दी है। स्विगी के मामले में 21 एनालिस्ट्स ने इसे 'बाय' रेटिंग दी है। 2 ने 'होल्ड' और 4 ने 'सेल' कॉल जारी की है।
Eternal का जून 2025 तिमाही में मुनाफा सालाना आधार पर 90 प्रतिशत गिरकर 25 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी को 253 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। ऑपरेशंस से रेवेन्यू सालाना आधार पर 70.4 प्रतिशत बढ़कर 7167 करोड़ रुपये हो गया। जून 2024 तिमाही में यह 4206 करोड़ रुपये था।
स्विगी ने शेयर बाजारों को बताया है कि जून 2025 तिमाही में उसके कुल खर्च 6244 करोड़ रुपये के रहे। एक साल पहले खर्च 3908 करोड़ रुपये के थे। कंपनी में जून 2025 के आखिर तक पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास 92.28 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।