दूसरे अंतरिम डिविडेंड की घोषणा से पहले ही TCS ने इसके लिए रिकॉर्ड डेट तय कर दी है। यह 15 अक्टूबर 2025 है। इस तारीख तक जिन शेयरधारकों के नाम शेयरों के लाभार्थी मालिकों के तौर पर रजिस्टर ऑफ मेंबर्स ऑफ द कंपनी या डिपॉजिटरीज के रिकॉर्ड्स में होंगे, वे डिविडेंड पाने के हकदार होंगे।
TCS ने Q1 यानि कि अप्रैल-जून 2025 तिमाही के वित्तीय नतीजे जुलाई में जारी किए थे। तिमाही के दौरान कंपनी के शेयरहोल्डर्स के लिए कंसोलिडेटेड बेसिस पर शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 6 प्रतिशत बढ़कर 12760 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। एक साल पहले मुनाफा 12040 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी के लिए मुनाफा 12819 करोड़ रुपये रहा, जो जून 2024 तिमाही में 12105 करोड़ रुपये था।
Q1 में TCS का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 1.31 प्रतिशत बढ़कर 63437 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले रेवेन्यू 62613 करोड़ रुपये था। जून 2025 तिमाही में TCS का कुल खर्च बढ़कर 48118 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 47344 करोड़ रुपये था।
Q1 नतीजों की घोषणा के साथ कंपनी के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए शेयरहोल्डर्स को 11 रुपये प्रति शेयर का पहला अंतरिम डिविडेंड देने का ऐलान किया था। रिकॉर्ड डेट 16 जुलाई 2025 थी। डिविडेंड का पेमेंट 4 अगस्त को किए जाने की घोषणा की गई थी।
अप्रैल में जनवरी-मार्च 2025 तिमाही और वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वित्तीय नतीजे घोषित करते हुए TCS के बोर्ड ने शेयरहोल्डर्स के लिए 30 रुपये प्रति शेयर के फाइनल डिविडेंड को मंजूरी दी थी। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 4 जून 2025 थी।
TCS ने दिसंबर 2024 तिमाही के नतीजों की घोषणा के साथ 10 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड और 66 रुपये प्रति शेयर के स्पेशल डिविडेंड का ऐलान किया था। इससे पहले वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने दो बार में प्रति शेयर ₹10-₹10 यानि ₹20 का अंतरिम डिविडेंड बांटा था।
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में TCS का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड बेसिस पर रेवेन्यू 6 प्रतिशत बढ़कर 255324 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एक साल पहले यह 240893 करोड़ रुपये था। शुद्ध कंसोलिडेटेड मुनाफा 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 48797 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2024 में 46099 करोड़ रुपये था।
TCS का शेयर सोमवार, 22 सितंबर को BSE पर 3 प्रतिशत गिरकर 3074.05 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 11.12 लाख करोड़ रुपये है। शेयर एक साल में 28 प्रतिशत, 6 महीनों में 14 प्रतिशत और 3 महीनों में 10 प्रतिशत टूटा है। कंपनी में जून 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 71.77 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।