पेरिस में एफिल टॉवर को आज, 24 दिसंबर को अचानक खाली कराना पड़ा, जब इस टूरिस्ट स्पॉट आग लग गई। घटना को देखते हुए करीब 1200 विजिटर्स को यहां से बाहर करना पड़ा। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांसीसी अधिकारियों ने पुष्टि की कि आग की लपटें सबसे पहले टावर की पहली और दूसरी मंजिल के बीच लिफ्ट शाफ्ट में देखी गईं।
आग पर काबू पाने के लिए दमकलकर्मियों को तुरंत घटनास्थल पर तैनात किया गया। बुलेवार्ड वोल्टेयर के एक पुलिस सूत्र के अनुसार, शुरुआती रिपोर्टों से पता चलता है कि आग लिफ्ट केबल के पास एक ओवरहीटिंग डिवाइस के कारण लगी होगी।
Roadgenius स्टेटिस्टिक्स डेटाबेस के मुताबिक, एफिल टॉवर दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले टूरिस्ट स्पॉट में से एक है। स्मारक में प्रतिदिन औसतन 15,000 से 25,000 टूरिस्ट आते हैं।
यह पहली बार नहीं है जब टावर में आग लगी हो। जनवरी 1956 में, टावर के टेलीविज़न ट्रांसमिशन रूम में आग लगने से काफी नुकसान हुआ था।
एफिल टावर मेटल से बना एक प्रसिद्ध स्ट्रक्चर है, जो फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित है। यह टावर दुनिया भर में पेरिस और फ्रांस का प्रतीक बन चुका है। एफिल टावर का डिजाइन और निर्माण प्रमुख रूप से गस्ताव एफिल (Gustave Eiffel) और उनकी कंपनी ने किया था।
इसका निर्माण 1887 से 1889 के बीच हुआ था। इसे 1889 के पेरिस विश्व मेले (Exposition Universelle) के लिए तैयार किया गया था।
एफिल टावर को एक अस्थायी स्ट्रक्चर के रूप में डिजाइन किया गया था, जिसे बाद में तोड़ दिया जाना था, लेकिन इसकी लोकप्रियता ने इसे स्थायी रूप से पेरिस का हिस्सा बना दिया।