ट्विटर (Twitter) को खरीदने का ऑफर देने के बाद एलन मस्क (Elon Musk) की खूब चर्च हो रही है। अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला (Tesla) के फाउंडर और सीईओ ट्विटर को खरीदने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। उन्होंने ट्विटर की 43 अरब डॉलर की कीमत लगाई है। उनकी पहले से ट्विटर में 9.2 फीसदी हिस्सेदारी है। लेकिन, वह ट्विटर के सबसे बड़े हिस्सेदार नहीं है।
ट्विवटर की सबसे बड़ी हिस्सेदारी वैनगार्ड ग्रुप (Vanguard Group) है। इसके पास कंपनी के 8.24 करोड़ शेयर हैं। इस तरह ट्विटर में इसकी 10.3 फीसदी हिस्सेदारी है। यह अमेरिकी इनवेस्टमेंट एडवाइजर फर्म है। इसने 8 अप्रैल को ट्विटर में अपनी इस हिस्सेदारी की जानकारी दी। यूएस सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन की रिसेंट फाइलिंग से भी इसकी पुष्टी हुई है।
एसईसी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, वैनगार्ड ग्रुप ने इस साल की पहली तिमाही में ट्विटर में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्विटर के 13 अप्रैल को शेयर क्लोजिंग प्राइस के आधार पर कंपनी में वैनगार्ड की हिस्सेदारी का मूल्य 3.78 अरब डॉलर है।
डब्ल्यूएसजे ने कहा है कि वैनगार्ड किसी प्लान के तहत ट्विटर में हिस्सेदारी नहीं बढ़ा रही है... इसके बजाय इसके एसेट्स का ज्यादातर हिस्सा इंडेक्स और दूसरे पैसिव फंडों में है। वैनगार्ड वोटिंग के दौरान अक्सर ट्विटर के मैनेजमेंट के साथ खड़ी नजर आती है। यह हेज फंड या दूसरे इनवेस्टर की तरह अलग स्टैंड नहीं अपनाती है। बीते दिसंबर के अंत में वैनगार्ड के पास ट्विटर के करीब 7.04 करोड़ शेयर थे। तब कंपनी में इसकी हिस्सेदारी 8.8 फीसदी थी।
अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज रेगुलेटर को मस्क ने जो जानकारी दी है, उससे पता चलता है कि उनके दिमाग में क्या है। इससे यह भी पता चलता है कि अगर ट्विटर का बोर्ड उनका ऑफर रिजेक्ट कर देता है तो वह क्या करेंगे। उन्होंने कहा है कि मेरा ऑफर बेस्ट और फाइनल ऑफर है और अगर यह एक्सेप्ट नहीं होता है तो मुझे ट्विटर में शेयरहोल्डर के अपने पॉजिशन में बदलाव करना पड़ेगा।
मस्क ने हाल में बताया था कि उन्होंने ट्विटर के 7.35 करोड़ शेयर खरीदे हैं। इससे कंपनी में उनकी 9.2 फीसदी हिस्सेदारी है। पहले यह कहा गया है कि मस्क ट्विटर के बोर्ड में शामिल होंगे। लेकिन, बाद में ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल ने इससे इनकार कर दिया। मस्क ने गुरुवार को ट्विटर के लिए अपनी पेशकश के साथ यह भी कहा कि वह ट्विटर पर फ्रीडम ऑफ स्पीच को बढ़ावा देने के लिए इसे खरीदना चाहते हैं।
टेस्ला के सीईओ ने कहा, "मैं पैसे कमाने के लिए ट्विटर को नहीं खरीद रहा हूं। मेरा मानना है कि बहुत भरोसेमंद और सबके लिए उपलब्ध एक पब्लिक प्लेटफॉर्म सभ्यता के भविष्य के लिए जरूरी है। मुझे इकोनॉमिक्स की बिल्कुल परवाह नहीं है।" इस बीच मस्क ने कहा है कि वह नहीं जानते कि ट्विटर खरीदने की उनकी कोशिश कामयाब होगी या नहीं। लेकिन, उन्होंने कहा कि अगर ट्विटर का बोर्ड ऑफर एक्सेप्ट नहीं करता है तो उनके पास प्लान बी है।