फेडरल रिजर्व ने बुधवार को इंटरेस्ट रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया। पिछले 15 महीनों में पहली बार फेड रिजर्व ने इंटरेस्ट रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले महंगाई पर काबू पाने के लिए फेड रिजर्व ने लगातार 10 बार इंटरेस्ट बढ़ाया है। हालांकि एक हैरतअंगेज कदम उठाते हुए फेड रिजर्व ने यह संकेत दिया कि इस साल वह दो बार रेट बढ़ा सकता है। और इसकी शुरुआत अगले महीने से ही हो सकती है।
अमेरिका में अब बेंचमार्क इंटरेस्ट रेट 5.1 फीसदी है जो पिछले 16 साल में सबसे ज्यादा है। फेड रिजर्व का मानना है कि इंटरेस्ट रेट बढ़ाने से महंगाई पर कुछ हद तक काबू पाने में कामयाबी मिली है। वैसे फेड रिजर्व के बड़े अधिकारियों का अभी वे और आंकलन के बाद ही ये बता पाएंगे कि ब्याज दर बढ़ाने का महंगाई और अर्थव्यवस्था पर क्या असर हुआ है।
इस बात का अनुमान लगाया जा रहा था कि फेड रिजर्व के 18 पॉलिसीमेकर्स ने बुधवार 14 जून को इंटरेस्ट रेट आधा फीसदी बढ़ाकर 5.6 फीसदी कर सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
आर्थिक पूर्वानुमानों ने कई एनालिस्ट्स के मुकाबले फेड के ज्यादा आक्रामक होने की उम्मीद जताई थी। 18 में से 12 पॉलिसी मेकर्स ने इस साल कम से कम 0.50 फीसदी बढ़ोत्तरी का अनुमान लगाया है। जबकि 4 पॉलिसी मेकर्स ने इंटरेस्ट रेट में एक चौथाई बढ़ोत्तरी करने का अंदाजा लगाया है। 18 में से सिर्फ दो मेंबर्स ने इंटरेस्ट रेट में कोई बदलाव ना होने का अनुमान जताया है।