Israel-Hamas War: फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि इजराइल ने मंगलवार (18 मार्च) को गाजा पट्टी में बड़े पैमाने पर हमलों को फिर से लॉन्च करके अपने बंधकों को "बलिदान" करने का फैसला किया है। हमास ने चेतावनी दी है कि इजराइल के नए हवाई हमलों ने उनके बीच हुए सीजफायर को तोड़ दिया है। साथ ही उसने धमकी भरे अंदाज में यह भी कहा कि इजराइल की इस हरकत ने बंधकों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। हमास का यह बयान इजराइली सेना द्वारा गाजा पट्टी पर "व्यापक हमलों" को अंजाम देने के कुछ घंटों बाद आया है। इजराइली सेना ने मंगलवार को कहा कि वह गाजा पट्टी पर बड़े हमले कर रही है।
हमास ने आरोप लगाया कि नेतन्याहू ने संघर्षविराम समझौते को खत्म कर दिया और बंधकों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। बयान में हमास ने मध्यस्थों से इजराइल को समझौते का उल्लंघन करने और उसे खत्म करने के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराने का आह्वान किया। इसने एक बयान में इजराइल की ओर से किए गए हमलों की निंदा की और कहा कि इन हमलों ने बंधकों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है।
इजराइल के हमले में 200 की मौत
इजराइल ने मंगलवार सुबह गाजा पट्टी क्षेत्र में हमास के ठिकानों को निशाना बनाते हुए सिलसिलेवार हवाई हमले किए। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हमले में कम से कम 200 लोगों की मौत हो गई। मध्य गाजा स्थित अल-अक्सा मार्टर अस्पताल आधारित मंत्रालय के प्रवक्ता खलील देगरान ने मंगलवार सुबह अपडेट आंकड़े उपलब्ध कराए। कहा जा रहा है जनवरी में युद्धविराम के प्रभावी होने के बाद से यह गाजा में अब तक का सबसे भीषण हमला है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि युद्धविराम को बढ़ाने के लिए वार्ता में कोई खास प्रगति नहीं होने के कारण उन्होंने हमले का आदेश दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक कार्यालय एवं आवास 'व्हाइट हाउस' ने कहा कि हमला करने से पहले उससे सलाह ली गई है। उसने इजराइल के फैसले का समर्थन किया।
'व्हाइट हाउस' ने फिर से युद्ध जैसी स्थिति के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेस ने कहा कि चरमपंथी समूह युद्धविराम को बढ़ाने के लिए बंधकों को रिहा कर सकता था। लेकिन उसने इनकार कर दिया और युद्ध को चुना।
मिस्र और कतर के साथ मध्यस्थता प्रयासों का नेतृत्व कर रहे अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने पहले ही आगाह किया था कि हमास को जीवित बंधकों को तुरंत रिहा करना चाहिए। या फिर भारी कीमत चुकानी होगी। नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा, "इजराइल अब सैन्य ताकत बढ़ाकर हमास के खिलाफ कार्रवाई करेगा।"
48,000 से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए
रातभर हुए हमलों ने शांति का दौर खत्म कर दिया है। 17 माह से जारी संघर्ष के फिर से शुरू होने की आशंका को बढ़ा दिया है। इसमें 48,000 से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए थे और गाजा तबाह हो गया। हमास द्वारा बंधक बनाकर रखे गए लगभग 24 इजराइली नागरिकों के भविष्य के बारे में इजराइल के हमलों के कारण संशय की स्थिति पैदा हो गई है जिनके बारे में माना जाता है कि वे अब भी जीवित हैं।
दक्षिणी शहर खान यूनिस में एसोसिएटेड प्रेस ने धमाकों के बाद जगह-जगह धुएं का गुबार देखा। घायल लोगों को एंबुलेंस से नासिर अस्पताल ले जाया गया जहां मरीज फर्श पर पड़े थे और दर्द से तड़प रहे थे। एक छोटे लड़के के सिर पर पट्टी बंधी हुई थी। जबकि एक स्वास्थ्यकर्मी यह जांच रहा था कि उसे कहीं और तो चोट नहीं आई है। हाथ में गंभीर चोट आने से एक लड़की भी दर्द से चिल्ला रही थी।
कई फलस्तीनियों ने कहा कि जब फरवरी की शुरुआत में संघर्षविराम के दूसरे चरण पर वार्ता निर्धारित समय पर शुरू नहीं हो पाई तभी उन्हें युद्ध फिर से शुरू होने की आशंका लग रही थी। इजराइल ने एक वैकल्पिक प्रस्ताव को अपनाया। इजराइल ने हमास पर इसे स्वीकार करने का दबाव बनाने के लिए क्षेत्र के 20 लाख फलस्तीनियों को भोजन, ईंधन तथा अन्य सहायता की सभी आवश्यक चीजों की आपूर्ति को रोक दिया।
इस बीच, एक इजराइली अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर पीटीआई को बताया कि इजराइल हमास के उग्रवादियों, इसके नेताओं और बुनियादी ढांचों पर हमला कर रहा है। हवाई हमलों से परे अभियान को और बढ़ाने की योजना बना रहा है। इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि अगर बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो गाजा में और बुरी हालत होगी। उन्होंने कहा कि हम तब तक लड़ाई नहीं रोकेंगे जब तक हमारे सभी बंधक घर नहीं पहुंच जाते।