Pakistan Attack News: बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने रविवार (16 मार्च) को पाकिस्तान की सेना पर बड़ा आतंकी हमला कर दिया। बलूच विद्रोहियों ने दावा किया है कि इस सुसाइड बॉम्बिंग हमले में 90 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। हालांकि इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को क्वेटा से ताफ्तान जा रहे पाक सेना के काफिले पर हमला होने से कम से कम सात पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। जबकि 21 घायल हो गए। आधिकारिक सूत्रों ने चैनल से सात लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है।
वहीं, बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के विद्रोहियों ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि इस अटैक में 90 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गए हैं। बताया जा रहा है कि यह आत्मघाती हमला था। पाकिस्तानी सेना के काफिले में सात से आठ गाड़िया थीं, जिसे आतंकियों ने IED उसे उड़ा दिया।
पाकिस्तानी अखबार Dawn.com के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि रविवार को नेशनल हाईवे पर नोशकी में काफिले के पास हुए विस्फोट में फ्रंटियर कोर (एफसी) के पांच से सात जवान शहीद हो गए और कम से कम 12 घायल हो गए। नोशकी स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) जफरुल्लाह सुमालानी के अनुसार, शुरुआती जांच से पता चलता है कि यह घटना एक आत्मघाती हमला था। एसएचओ सुमालानी ने कहा कि हमले की जगह से मिले सबूतों से पता चलता है कि एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन को एफसी काफिले में घुसा दिया था।
एसएचओ सुमालानी ने आशंका जताई कि मरने वालों और घायलों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि घायलों में से कई की हालत गंभीर है। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने हमले की निंदा की और लोगों की मौत पर दुख जताया। आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में बुगती ने कहा, "बलूचिस्तान की शांति के साथ खिलवाड़ करने वालों का दुखद अंत होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "कायरतापूर्ण हमले हमारा मनोबल नहीं गिरा सकते। बलूचिस्तान में आतंकवादियों के लिए कोई जगह नहीं है, हर कीमत पर शांति स्थापित की जाएगी। सीएम बुगती ने कहा कि शांति के दुश्मनों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
BLA ने किया 90 जवानों की हत्या का दावा
बलूच लिबरेशन आर्मी ने एक बयान में कहा, "BLA की फिदायीन इकाई मजीद ब्रिगेड ने नोशकी में RCD हाईवे पर रखशान मिल के पास पाकिस्तानी सेना के काफिले को निशाना बनाया। काफिले में 8 बसें थीं, जिनमें से एक विस्फोट में पूरी तरह नष्ट हो गई। हमले के बाद BLA के फतेह दस्ते ने एक अन्य बस को पूरी तरह घेर लिया। फिर उसमें सवार सभी सैन्य कर्मियों को मार डाला, जिससे दुश्मन के हताहतों की संख्या 90 हो गई।"
एक पाकिस्तानी अधिकारी ने बयान में कहा, "क्वेटा से ताफ्तान जा रहे सुरक्षा बलों के काफिले पर हमला किया गया। सात बसों और दो वाहनों वाले काफिले को निशाना बनाया गया। एक बस को आईईडी से निशाना बनाया गया, जो संभवतः आत्मघाती हमला था। जबकि दूसरी को रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) से निशाना बनाया गया।" अधिकारी ने बताया कि घायलों को ले जाने के लिए सेना के हेलीकॉप्टरों को तैनात किया गया है। साथ ही क्षेत्र की निगरानी के लिए ड्रोन भेजे गए हैं।
इससे पहले बीएलए के आतंकवादियों ने मंगलवार को गुडलार और पीरू कुनरी के पहाड़ी इलाकों के पास 440 यात्रियों को लेकर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर घात लगाकर हमला किया था। बुधवार को सेना द्वारा सभी 33 आतंकवादियों को मार गिराने से पहले उन्होंने 21 यात्रियों और अर्धसैनिक बलों के चार जवानों को मार डाला था। पाकिस्तान की कुल जमीन का 43 प्रतिशत हिस्सा बलूचिस्तान में है। यहां संघर्ष के लिए कई कारकों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। लेकिन बलूच लोगों में अलगाव और अभाव की अंतर्निहित भावना समस्या का मूल है।