आजकल के इस अर्थयुग में हर कोई मोटी कमाई करना चाहता है। कोई नौकरी के जरिए तो कई बिजनेस के जरिए मोटी कमाई करना चाहते हैं। लेकिन खेती के जरिए बहुत कम लोग मोटी कमाई कर पाते हैं। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसा आइडिया दे रहे हैं। जिसमें आप खेती के जरिए बंपर कमाई कर सकते हैं। इसके लिए सरकार से सब्सिडी भी मिल रही है। ऐसे ही उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को पॉलीहाउस में खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इसके लिए सरकार किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी मुहैया करा रही है। पॉलीहाउस में फसलें लगाकर किसान 4 गुना तक आमदनी हासिल कर सकते हैं।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार के उद्यान विभाग की तरफ से किसानों को पॉलीहाउस प्रोजेक्ट लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में खास बात यह है कि प्रोजेक्ट के जरिए किसान 12 महीने कोई भी फल फूल सब्जियां तैयार कर सकते हैं। उनकी सभी फसल खराब नहीं होगी। पॉलीहाउस में खेती करके किसान मोटा मुनाफा हासिल कर सकते हैं।
जानें क्या है पॉलीहाउस प्रोजेक्ट
जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा कि पॉलीहाउस एक ऐसी तकनीक है। जिसमें पौधों को एक नियंत्रित वातावरण में उगाया जाता है। पॉलीहाउस पारदर्शी प्लास्टिक की चादरों से बना होता है। इससे सूर्य का प्रकाश अंदर तक पहुंचता है। लेकिन हवा, बारिश और कीटों को अंदर नहीं आने देता है। ये सब बाहर ही रहते हैं। पॉलीहाउस में किसान साल भर अपनी पसंदीदा फसल उगा सकते हैं। चाहें मौसम कैसा भी हो? पॉलीहाउस में फसलों को अनुकूल वातावरण मिलता है, जिससे उत्पादन में बढ़ोतरी होती है। किसान 500 वर्ग मीटर से लेकर 4000 वर्ग मीटर तक पालीहाउस तैयार कर सकते हैं।
एक एकड़ में पालीहाउस बनाने में करीब 30 से 32 लाख रुपए का खर्च आता है। . वहीं सरकार की ओर से करीब 20 लाख रुपये तक सब्सिडी मिलती है। पॉलीहाउस में उगाई फसल से मिलने वाली फसलों की गुणवत्ता बेहद ही अच्छी होती है। जिसकी वजह से किसानों को बाजार में अच्छा भाव मिलता है। पॉलीहाउस में किसान साल भर अलग-अलग फसलें उगाकर दोगुनी ही नहीं बल्कि 4 गुना तक आमदनी हासिल कर सकते हैं। पॉलीहाउस में रंगीन शिमला मिर्च, खीरा या फूलों की खेती या कोई कोई अन्य पसल उगा सकते हैं।
पॉलीहाउस के लिए कराना होगा रजिस्ट्रेशन
पॉलीहाउस बनाने के लिए किसानों को उद्यान विभाग में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए किसानों को खतौनी, बैंक पासबुक, आधार कार्ड और दो फोटो लगाना होगा। किसान उद्यान विभाग की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। वहीं जिला उद्यान अधिकारी ऑफिस में जाकर भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।