Stock market : एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी के फंड मैनेजर (इक्विटी) श्रीनिवासन राममूर्ति ने मनीकंट्रोल को दिए गए एक साक्षात्कार में कहा है कि हालांकि वर्तमान में फाइनेंशियल सेक्टर में बैंक ही पहली प्राथमिकता बने हुए हैं, लेकिन इस सेक्टर में अन्य कई पॉकेट में भी आकर्षक निवेश के अवसर दिख रहे हैं। उनके मुताबिक बीमा और चुनिंदा लेंडिंग फाइनेंसरों (एनबीएफसी) में तेजी का रुख दिखाई दे रहा है।
उनका यह भी मानना है कि वर्तमान समय में बाजार का वैल्यूएशन ऊंचा है। अधिकांश सेगमेंट (विशेष रूप से मिडकैप और स्मॉलकैप) तथा अधिकांश सेक्टर अपने लॉन्ग टर्म एवरेज मल्टिपल की तुलना में काफी प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं। इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि हालांकि कॉर्पोरेट फंडामेंटल्स में मजबूती बनी हुई है। लेकिन बाजार में खराब खबरों को पचाने की इच्छा सीमित हो सकती है और यही हमें आक्रामक दांव लगाने के प्रति थोड़ा सतर्क रहने को कहता है।
सोने के लिए संभावनाएं अनुकूल
राममूर्ति जी की राय है कि सोने के लिए संभावनाएं अनुकूल बनी हुई हैं। हाल के वर्षों में वास्तविक दरों के साथ कमजोर को-रिलेशन के बावजूद, सोना एक आकर्षक असेट बना हुआ है और वास्तविक दरों में संभावित गिरावट सोने की कीमतों को सहारा दे सकती है। श्रीनिवासन जी को इक्विटी मार्केट का 15 से अधिक वर्षों का अनुभव है। वे योग्यता से इंजीनियर हैं और उन्होंने आईआईएम-कलकत्ता से एमबीए किया है।
श्रीनिवासन राममूर्ति का कहना है कि अलग-अलग कमोडिटी पर नज़रिया काफ़ी अलग-अलग हो सकता है। सोने के लिए स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। हाल के वर्षों में वास्तविक दरों के साथ कमजोर को-रिलेशन के बावजूद, सोना एक आकर्षक असेट बना हुआ है और वास्तविक दरों में संभावित गिरावट सोने की कीमतों को सहारा दे सकती है। इसके अलावा, जियो पोलिटिकल वजहों से जारी अनिश्चितता और निवेशकों में जोखिम से बचने की प्रवृत्ति सोने में तेजी ला सकती है। इसके अलावा डॉलर में कमजोरी के डर से भी सोने को सपोर्ट मिल सकता है।
बैंकों का वैल्यूएशन अच्छा, रिस्क -रिवॉर्ड रेशियो भी बेहतर
राममूर्ति ने आगे कहा कि यह सच है कि ब्याज दरों में कटौती से बैंकों की डिपॉजिट रि-प्राइसिंग की तुलना में लेंडिंग यील्ड में तेज़ी से कमी आएगी। इसे मार्जिन पर दबाव देखने को मिल सकता है। हालांकि, बैंकों के कुल मुनाफे पर इसका बहुत असर नहीं होगा। वर्तमान में बैंकों का वैल्यूएशन अच्छा लग रहा है। इस सेगमेंट की रिस्क -रिवॉर्ड रेशियो भी बेहतर है।
आईटी सेक्टर पर बनी रहे नजर
श्रीनिवासन राममूर्ति ने कहा कि आईटी सेक्टर में शेयर कीमतों में हाल ही में आई तेज उछाल को देखते हुए इस सेक्टर का रिस्क -रिवॉर्ड रेशियो संतुलित दिख रहा है। अमेरिका में हार्ड/सॉफ्ट लैंडिंग के साथ-साथ कमजोर डिस्क्रिशनरी खर्चों को लेकर जुड़ी चिंताओं के कारण ग्रोथ की संभावना साफ नहीं है। हालांकि, यह एक ऐसा सेक्टर है जिस पर बारीकी से नज़र रखने की ज़रूरत है और अगर वैश्विक चिंताओं के कारण इसमें तेज गिरावट आती है तो यह एक दिलचस्प रिकवरी प्ले साबित हो सकता है।
अपने पसंदीदा सेक्टरों पर बात करते हुए श्रीनिवासन राममूर्ति ने कहा कि इस समय फाइनेंशियल सेक्टर और इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक्स, हाउसिंग, कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी और हेल्थकेयर जैसे चुनिंदा सेक्टरों में वैल्यू नजर आ रही है।
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