Elon Musk की कंपनी Starlink की इंटरनेट सर्विस का इंतजार भारत में ज्यादातर लोगों को हैं। ज्यादातर ग्राहक ये जानना चाहते हैं कि ऐलॉन मस्क इंडिया में अपनी इंटरनेट सर्विस का प्लान किस प्राइस पर देंगे। ये सर्विस कब से शुरू होगी? भारत में सैटेलाइट कम्युनिकेशन (satcom) के लिए मस्क की कंपनी को जरूरी लाइसेंस मिल गया है। यह एक बड़ा कदम है जिससे भारत में Starlink की शुरुआत का रास्ता साफ हो गया है। अब कंपनी को आने वाले 15-20 दिनों में ट्रायल स्पेक्ट्रम भी दिया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि कंपनी का मंथली प्लान 1,000 रुपये से भी कम दाम में मिलेगा।
क्या होगी Starlink की कीमत?
अब सबकी नजर इस बात पर है कि Starlink की इंटरनेट सर्विस भारत में कितने में मिलेगी। पहले ऐसा अनुमान था कि इसका मंथली प्लान 3,000 रुपये से 7,000 रुपये तक के हो सकते हैं। लेकिन एक नई रिपोर्ट के अनुसार Starlink की सर्विस प्रमोशनल ऑफर के तहत 850 रुपये प्रति महीना (यानि $10 से कम) में शुरू की जा सकती है।
अगर यह कीमत सही साबित होती है, तो यह Starlink को भारत में बेहद आसान और सामान्य ब्रॉडबैंड सर्विस के मुकाबले किफायती बनी रह सकती है।
Starlink की सर्विस इस्तेमाल करने के लिए ग्राहकों को एक स्पेशल हार्डवेयर किट खरीदनी होगी, जिसमें सैटेलाइट डिश और Wi-Fi राउटर शामिल हैं। यह किट एक बार खरीदनी होगी। इसकी कीमत करीब 20,000 रुपये से 35,000 रुपये के बीच हो सकती है। हालांकि, कंपनी ने अब तक आधिकारिक कीमत की घोषणा नहीं की है।
गांवों तक हाई-स्पीड इंटरनेट
Starlink की सैटेलाइट्स धरती से सिर्फ 550 किलोमीटर ऊपर होती हैं, जिससे यह पारंपरिक सैटेलाइट्स की तुलना में तेज और कम लेटेंसी वाली इंटरनेट सर्विस देती हैं। Starlink पहले ही 70 से ज्यादा देशों में अपनी सर्विस शुरू कर चुका है। अब भारत के दूर-दराज और आपदा-प्रभावित क्षेत्रों को इंटरनेट से जोड़ने की तैयारी है। SpaceX अब तक करीब 7,000 सैटेलाइट्स लॉन्च कर चुका है और इसका लक्ष्य 40,000 तक ले जाना है।
स्पेक्ट्रम चार्ज नहीं होगा शुरूआत में
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने सलाह दी है कि सैटेलाइट कंपनियों से कोई upfront चार्ज नहीं लिया जाए, बल्कि वे हर साल अपने कुल रेवन्यू का 4% शुल्क के रूप में न दें। शहरी ग्राहकों के लिए 500 रुपये सालाना शुल्क लिया जा सकता है। लेकिन ग्रामीण ग्राहकों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। Starlink की एंट्री से भारत में इंटरनेट क्रांति आ सकती है, खासकर उन इलाकों में जहां अब तक नेटवर्क नहीं पहुंचा है। अगर सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो बहुत जल्द भारत के गांवों और दूर-दराज के एरिया में भी तेज सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस कम दाम में देगा।