बरेली में मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की हालिया बैठक में गंभीर रूप से घायल लोगों को तेजी से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु हेलीकॉप्टर एंबुलेंस सेवा शुरू करने पर चर्चा की गई। मंडलायुक्त भूपेंद्र एस चौधरी ने मुख्य राष्ट्रीय राजमार्गों एवं राज्य मार्गों पर प्राथमिकता के आधार पर हेलीपैड बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दिलाने के निर्देश दिए। इससे इलाज की प्रक्रिया तेज होगी और दुर्घटना प्रभावितों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने में मदद मिलेगी। साथ ही बिना हेलमेट चलाने पर कड़ी कार्रवाई और दुर्घटना रोकने के लिए युवाओं को सड़क सुरक्षा को मित्र बनाने पर भी चर्चा हुई। पिलीभीत में बढ़ती दुर्घटना दर पर चिंता जताई गई जबकि बरेली में इसमें कमी आई है।
हेलीकॉप्टर एंबुलेंस सेवा की शुरुआत से राष्ट्रीय राजमार्गों और हाई-वे पर दुर्घटना नियंत्रण बेहतर होगा, क्योंकि यह सेवा घायल रोगियों को अस्पताल तक शीघ्र पहुंचाने में सहायक होगी। यह कदम आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला है, जहां समय और जीवन दोनों की कीमत को ध्यान में रखा जाएगा। स्थानीय प्रशासन इस सेवा का विस्तार करने के लिए कई योजनाएं बना रहा है ताकि मरीजों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा मिल सके। इसके तहत मेडिकल स्टाफ समेत पूर्ण रूप से लैस एम्बुलेंस हेलीकॉप्टर संचालित किए जाएंगे ताकि किसी भी स्थिति में मरीज का त्वरित इलाज हो सके।
सड़क सुरक्षा समिति ने भी सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। विशेष रूप से युवाओं को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए ‘सड़क सुरक्षा मित्र’ बनाने पर जोर दिया गया। यह पहल दुर्घटनाओं की संख्या कम करने और समय पर चिकित्सकीय संसाधन पहुंचाने में महत्वपूर्ण साबित होगी। पूरे क्षेत्र में दुर्घटना नियंत्रण और बचाव कार्यों में तेजी आएगी, जिससे जान-माल का सुरक्षा कवच कड़ा होगा।
यह पहल न केवल इलाज की गुणवत्ता को बेहतर बनाएगी बल्कि जीवन रक्षक आपातकालीन सेवाओं को भी सुदृढ़ करेगी, जिससे दुर्घटना पीड़ितों को तत्काल मदद मिल सकेगी। हेलीपैड निर्माण के बाद हेलीकॉप्टर एंबुलेंस की पहुंच राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ेगी और आपातकालीन परिस्थिति में प्रतिक्रिया समय कम होगा।