रिटायरमेंट के बाद आरामदायक जिंदगी के लिए कितना पैसा चाहिए? भारत का रिटायरमेंट इंडेक्स 2022 के 44 से बढ़कर 2025 में 48 हो गया है, जो बेहतर स्वास्थ्यऔर जीवन बीमा कवरेज में वृद्धि का परिणाम है। अधिकांश लोग मानते हैं कि एक करोड़ रुपए का फंड रिटायरमेंट की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगा, लेकिन यह राशि व्यक्ति के खर्च और जीवनशैली पर निर्भर करती है।
बेहतर स्वास्थ्य और वित्तीय जागरूकता
रिपोर्ट में साफ देखा गया है कि लोग अब सेहत के प्रति सजग हैं, नियमित हेल्थ चेकअप और बेहतर फिटनेस आदतों के चलते वे मानसिक और वित्तीय रूप से मजबूत हो रहे हैं। हालांकि, रिटायरमेंट फंड को लेकर जागरूकता अभी भी कम है, खासकर उन लोगों में जो सेवानिवृत्ति योजना जल्दी नहीं बनाते। विशेषज्ञ मानते हैं कि कमाई शुरू होने के साथ रिटायरमेंट योजना बनाना चाहिए ताकि पर्याप्त फंड तैयार हो सके।
बड़ी आर्थिक जरूरत और निवेश विकल्प
आधुनिक जीवनशैली और स्वास्थ्य खर्चों को देखते हुए, सुरक्षित और आरामदायक रिटायरमेंट के लिए अब ₹3.5 करोड़ तक का निवेश जरूरी माना जा रहा है। निवेशकों को पारंपरिक विकल्पों के साथ-साथ म्यूचुअल फंड, गोल्ड और नये पेंशन विकल्पों की ओर रुझान बढ़ा है। म्यूचुअल फंड-स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति खाता (MF-VRA) जैसे विकल्प भी लोकप्रिय हो रहे हैं जो बेहतर रिटर्न और टैक्स बचत के फायदे देते हैं।
मानसिक दृढ़ता और भविष्य की चुनौतियां
एक्सिस मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के CEO सुमित मदान का कहना है कि अब अगली चुनौती न केवल आर्थिक रूप से फंड तैयार करना है, बल्कि मानसिक रूप से भी स्थिरता बनाए रखना है। उनका मानना है कि विदेश से लौटे कामगार और गिग वर्कर्स भी अब अधिक सजग होकर अपनी सेवानिवृत्ति योजना बना रहे हैं।
रिटायरमेंट की योजना के लिए जल्दी शुरुआत और सही निवेश अत्यंत आवश्यक है। न केवल आर्थिक सुरक्षा देती है बल्कि मनोवैज्ञानिक सुकून भी प्रदान करती है। जागरूकता बढ़ाने और बेहतर योजना के साथ हर व्यक्ति एक सुखद और सुरक्षित रिटायरमेंट जीवन सुनिश्चित कर सकता है।